अमेरिका के लिए मुसीबत बना चीन का बेकाबू रॉकेट, किसी भी शहर पर 21 टन के रॉकेट के गिरने की आशंका
बेकाबू वहो चुके चीन के रॉकेट long march 5b rocket ने अमेरिका की टेंशन बढ़ा दी है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय रॉकेट को ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है।
वॉशिंगटन, मई 05: अंतरिक्ष में बेकाबू हो चुका चीनी रॉकेट अमेरिका के लिए मुसीबत बन चुका है। 21 हजार किलो का चीनी रॉकेट लॉंच मार्च 5बी ने अमेरिका के लिए चिंता काफी बढ़ा दी है। वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि बेकाबू हो चुका ये रॉकेट न्यूयॉर्क या अमेरिका के किसी शहर में गिर सकता है। और अगर ऐसा होता है तो 21 हजार किलो का ये रॉकेट धरती पर गिरने के बाद क्या कर सकता है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। लिहाजा अमेरिका ने इस बेकाबू रॉकेट को ट्रैक करना शुरू कर दिया है लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है।
Recommended Video
बेकाबू रॉकेट से बढ़ी टेंशन
यूएस डिफेंस डिपार्टमेंट ने कहा है कि वो चीन के बेकाबू हो चुके रॉकेट लॉंच मार्च 5बी को ट्रैक करने की कोशिश कर रहा है जो पृथ्वी पर कहीं पर भी गिरने वाला है। आशंका जताई जा रही है कि चीन का ये बेकाबू रॉकेट लॉंच मार्च 5बी 8 मई को पृथ्वी के वातावरण में आ जाएगा लेकिन ये पृथ्वी पर कहां गिरेगा इसको लेकर अभी कुछ नहीं अंदाजा नहीं लगाया जा सका है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक 21 हजार किलो के इस रॉकेट का मलबा पृथ्वी पर जहां भी गिरेगा वहां नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में यूएस स्पेस कमांड लगातार रॉकेट की स्थिति का पता लगाने की कोशिश कर रहा है।
पता लगाना है बेहद मुश्किल
अमेरिका के पेंटागन स्थिति स्पेस कमांड ने कहा है कि वो पूरी कोशिश कर रहा है कि चीनी रॉकेट लॉंच मार्च 5बी को ट्रैक कर सके लेकिन इस वक्त तक उसके बारे में कुछ भी पता नहीं लगाया जा सका है। चीनी रॉकेट लॉंच मार्च 5बी पृथ्वी के वातावरण में कहां से प्रवेश करेगा इस बात की जानकारी कुछ घंटे पहले ही मिल सकेगी, ऐसे में बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। उस वक्त तक रॉकेट को लेकर हर जानकारी 18वां स्पेस कंट्रोल स्क्वाड्रन शेयर कर रहा है। अमेरिकी रक्षामंत्रालय ने कहा है कि जैसे ही इस रॉकेट बारे में सारी जानकारी मिलेगी उसे लोगों के साथ शेयर किया जाएगा।
समुन्द्र में गिरेगा रॉकेट?
कुछ वैज्ञानिकों ने कहा है कि पृथ्वी के दो तिहाई हिस्से में पानी है, ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि चीन का बेकाबू हो चुका ये रॉकेट किसी ना किसी समुन्द्र में गिर सकता है। हालांकि, इसके जमीन पर गिरने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। वहीं, फॉक्स न्यूज ने वैज्ञानिकों के हवाले से कहा है कि 'ये रॉकेट न्यूयॉर्क के उत्तरी हिस्से में या फिर चीन की राजधानी बीजिंग में या फिर न्यूजीलैंड के दक्षिणी हिस्से में गिर सकता है।' वहीं, हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के एयरोस्पेस के प्रोफेसर जोनाथन मैकड्वेल ने कहा कि 'मुझे नहीं लगता है कि इस रॉकेट को लेकर ज्यादा चिंता करने की बात है, ये रॉकेट थोड़ा बहुत नुकसान कर सकता है। किसी शहर को नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन इसका रिस्क बहुत कम लग रहा है। लिहाजा इस रॉकेट की चिंता को लेकर मैं अपनी नींद खराब नहीं करूंगा'
कई वैज्ञानिकों ने जताई चिंता
हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के एयरोस्पेस के प्रोफेसर जोनाथन मैकड्वेल बेकाबू हो चुके चीनी रॉकेट लॉंच मार्च 5बी को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है लेकिन कई वैज्ञानिकों ने खतरे की आशंका जताई है। वहीं कुछ वैज्ञानिकों ने कहा है कि चीन जिस स्पेस स्टेशन को तैयार कर रहा है वो भी दुनिया के लिए एक खतरा है। हालिया प्रकाशित एक अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन लगातार सैटेलाइट्स की तैनाती स्पेस में कर रहा है और ये भी संभावना है कि स्पेस स्टेशन बनाकर वहां चीन हथियारों की तैनाती करे और इस वजह से आने वाले वक्त में अंतरिक्ष में लड़ाई की नौबत आ जाए। वहीं, बेकाबू हो चुके इस रॉकेट को लेकर पूरी दुनिया के वैज्ञानिक और देश परेशान हैं और चीन की अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
कैसे बेकाबू हुआ चीनी रॉकेट?
बेकाबू हुआ चीन का रॉकेट चीन के इस रॉकेट का नाम लॉंग मार्च 5बी रॉकेट है और इसका वजन 21 टन यानि 21 हजार किलो है। इसे पिछले हफ्ते यानि 29 अप्रैल को ही लॉन्च किया गया था लेकिन अंतरिक्ष में जाने के बाद ये ऑउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। जिसके चलते अब इस रॉकेट पर नियंत्रण बनाना काफी मुश्किल हो रहा है और वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि ये रॉकेट कहीं पर भी गिर सकता है। आशंका इस बात को लेकर सबसे ज्यादा है कि अगर ये रॉकेट आबादी वाले हिस्से में गिरता है तो फिर क्या होगा? वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि अगर 21 हजार किलो का ये रॉकेट किसी शहर के ऊपर गिरता है तो ये भारी तबाही मचा सकता है और सैकड़ों लोगों की जान ले सकता है। सबसे दिक्कत की बात ये है कि ये रॉकेट दुनिया के किस हिस्से में गिरेगा, इसकी सटीक जानकारी नहीं लग पा रही है।
अंधे घोड़े की तरह दौड़ता चीन!
वैज्ञानिक जोनाथन मैकडोवेल के मुताबिक इसके पीछे पूरी तरह से चीन की लापरवाही है। जिस रॉकेट का वजन 10 टन से ज्यादा होता है, उसे हम बेकाबू होकर अंतरिक्ष से गिरने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि गिरने की संभावना कई जगहों को लेकर जरूर है लेकिन इसकी रफ्तार में आया जरा सा भी परिवर्तन इसकी दिशा को मोड़ सकता है। उन्होंने कहा कि ये 8 से 12 मई के बीच धरती पर गिर सकता है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि अगर इस रॉकेट के गिरने का दिन पता चल जाए तो इसके गिरने से करीब 6 घंटे पहले पता लगाया जा सकता है कि ये बेकाबू रॉकेट कहां गिरने वाला है।
भविष्य से घूमकर आया टाइम ट्रेवलर! 2026 को लेकर कर दिया सनसनीखेज दावा