क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

भारत को नाटो प्लस में जोड़ना चाहता है अमेरिका, चीन को टक्कर देने के लिए यह जरूरी

Google Oneindia News

वाशिंगटन, 28 जुलाईः अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा है कि अमेरिका, भारत को नाटो प्लस में जोड़ना चाहता है। सांसद ने कहा कि अगर भारत को नाटो प्लस में शामिल किया जाता है तो देश को अमेरिका के साथ रक्षा-सुरक्षा से आसानी से जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा करने से भारत और अमेरिका के रिश्तों में गहराई आएगी। सांसद रो खन्ना ने कहा कि नाटो प्लस के सदस्यों को रक्षा समझौतों पर त्वरित स्वीकृति मिलती है। गौरतलब है कि आस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, इजरायल व दक्षिण अफ्रीका के साथ अमेरिका पहले ही इस तरह के समझौते कर चुका है।

नाटो प्लस में शामिल हैं पांच देश

नाटो प्लस में शामिल हैं पांच देश

सांसद रो खन्ना ने कहा कि उन्होंने भारत को नाटो प्लास के छठे सदस्य के रूप में जोड़ने की दिशा में कोशिश की है। इस मामले में उनकी पेंटागन के अधिकारियों संग बैठक हुई जिसमें उन्होंने भारत अमेरिकी रक्षा रिश्तों समेत अन्य विषयों पर चर्चा की। सांसद खन्ना ने बताया कि इस मुद्दे पर उन्होंने दो साल पहले एक प्रस्ताव पेश किया था और इस पर अभी भी कार्य किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्दी ही इसे पारित करवा दिया जाएगा।

भारत-अमेरिका के बीच गठजोड़ जरूरी

भारत-अमेरिका के बीच गठजोड़ जरूरी

गौरतलब है कि इसी माह 14 जुलाई को अमेरिकी निचले सदन में राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) को भारी बहुमत से मंजूरी मिली थी। इसमें भारत-अमेरिका के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने का प्रस्ताव है। इसे अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने पेश किया था। उन्होंने कहा कि काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शन एक्ट (काटसा) से भारत को राहत देना अमेरिका के हित में है और इससे दोनों देशों की रक्षा साझेदारी और गहरी होगी।

चीन का प्रभाव कम करना दोनों देशों के लिए जरूरी

चीन का प्रभाव कम करना दोनों देशों के लिए जरूरी

भारतवंशी सांसद रो खन्ना ने कहा कि अमेरिका और भारत संग मजबूत रक्षा व रणनीति साझेदारी चाहता है। भारत औऱ अमेरिका दोनों ही लोकतांत्रिक देश हैं। चीन औऱ रूस के ऊभार के बीच दोनों देशों के बीच साझेदारी काफी अहम हो जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन का प्रभाव कम करने के लिए अगर किसी भी तरह से भारत की मदद की जाएगी तो वह अमेरिका के हित में ही होगा। अमेरिका चीन के इस क्षेत्र में बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए भारत के साथ रक्षा साझेदारी को मजबूत करना चाहता है। ऐसे में अगर भारत को मजबूत बनाया जाएगा तो चीन पर दवाब बनेगा।

सुरक्षा का सबसे बड़ा गारंटर अमेरिका

सुरक्षा का सबसे बड़ा गारंटर अमेरिका

उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि सुरक्षा का सबसे बड़ा गारंटर अमेरिका रहा है। कुछ साल पहले अमेरिका ने उन सीमा पर हुई झड़पों में भारत की मदद की थी। इसलिए मेरे ख्याल से अमेरिका-भारत का गठजोड़ दोनों देशों के हित में है। खन्ना ने यह भी कहा कि अमेरिका भारत को रूसी सैन्य निर्यात पर अपनी निर्भरता कम करने का विकल्प भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि सीएएटीएसए या काटसा के जरिए भारत को काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज एक्ट से छूट देना अमेरिका के राष्ट्रीय हित में है। उन्होंने आगे बताया कि वे देशी संबंध समिति के अध्यक्ष इलियट एंगल के साथ मिलकर भारत को नाटो के बराबर का दर्जा देने के लिए काम कर रहे हैं।

Russia- Ukraine Crisis: यूक्रेन युद्ध में हताश हो रही है रूसी सेना, अपने ही घातक हेलीकॉप्टर को उड़ायाRussia- Ukraine Crisis: यूक्रेन युद्ध में हताश हो रही है रूसी सेना, अपने ही घातक हेलीकॉप्टर को उड़ाया

Comments
English summary
US seeks to add India for NATO plus, This is necessary to compete with China¬: Ro Khanna
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X