एनएसजी में भारत की नो एंट्री के लिए अमेरिका ने कहा चीन दोषी
वाशिंगटन। न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) में भारत की नो एंट्री पर एक बार फिर से अमेरिका ने सख्त रुख अपनाया है। अमेरिका ने इस मुद्दे पर भारत के रास्ते में रोड़ा अटकाने पर चीन को भी फटकार लगाई है। आपको बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका की ओर से की गई कई अपीलों के बावजूद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई कोशिशों के बाद भी भारत को एंट्री नहीं मिल सकी है।
चीन को लगाई फटकार
चीन के अगुवाई में सात देशों ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियाले में हुई मीटिंग में भारत का विरोध किया था। अब अमेरिका ने चीन को उसकी करतूतों की वजह से फटकार लगाई है। अमेरिका ने चीन को न सिर्फ खरी-खरी सुनाई है, बल्कि यहां तक कह दिया है कि सिर्फ चीन के कारण भारत एनएसजी का सदस्य नहीं बन सका।
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भारत को शामिल करना प्रतिबद्धता
अमेरिका
ने
कहा
कि
वह
एनएसजी
समूह
में
भारत
को
शामिल
कराने
के
लिए
प्रतिबद्ध
है।
अमेरिका
के
मुताबिक
बस
एक
देश
की
वजह
से
भारत
यह
मौका
हासिल
करने
से
चूक
गया।
अमेरिका
ने
कहा
कि
चीन
की
वजह
से
इस
पर
बनी
अंतरराष्ट्रीय
सहमति
को
नहीं
तोड़ा
जा
सकता।
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भारत और अमेरिका को करनी होगी चर्चा
अमेरिका के राजनीतिक मामलों के उपमंत्री टॉम शैनन ने दुख जताया कि सियोल में पिछले हफ्ते समूह की सालाना बैठक में उनकी सरकार भारत को सदस्य बनाने में सफल नहीं रही।
शैनन के मुताबिक अब भारत और अमेरिका को इस बात पर विचार विमर्श करना होगा कि सियोल में क्या हुआ, राजनयिक प्रक्रिया पर नजर रखें जो महत्वपूर्ण है और देखें कि अगली बार सफल होने के लिए हम और क्या कर सकते हैं।