जंग रोकने के लिए यूक्रेन का 20 फीसदी हिस्सा रूस को देने के पक्ष में है अमेरिका? रिपोर्ट से मचा हंगामा
CIA निदेशक विलियम बर्न्स ने इस दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की से रूस और यूक्रेन के बीच शांति प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की थी। इस शांति प्रस्ताव में यूक्रेन द्वारा रूस को अपने 20 फीसदी इलाके सौंपने की बात कही गयी थी
रूस और यूक्रेन के बीच जंग के इस महीने 24 तारीख को एक साल पूरे हो जाएंगे। जब ये जंग 2022 की शुरुआत में शुरू हुई थी तो किसी ने भी अंदाजा नहीं लगाया था कि ये इतने लंबे वक्त तक चलेगी। इस जंग की वजह से न सिर्फ रूस और यूक्रेन बल्कि बाकी दुनिया को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस बीच अमेरिकी मीडिया में ये खबर चल रही है कि अमेरिका इस युद्ध को खत्म कराने के प्रयासों में जुट गया है और इसके लिए बाइडेन प्रशासन ने पुतिन सरकार को एक ऑफर दिया है।
शांति संदेश लेकर रूस गए विलियम बर्न्स!
अमेरिकी मीडिया के मुताबिकस्विस-जर्मन न्यूजपेपर न्यू जुर्चर जीटुंग ने दावा किया है कि CIA निदेशक विलियम बर्न्स ने जनवरी में मास्को की एक गुप्त यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने जो बाइडेन प्रशासन द्वारा तैयार की गई शांति प्रस्ताव पेश किया था, उससे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन काफी नाराज हो गए थे। अखबार का दावा है कि व्हाइट हाउस की तरफ से बर्न्स की तरफ से ऑफर आगे बढ़ाया गया था। व्हाइट हाउस और बर्न्स दोनों ने ही इस रिपोर्ट को पूरी तरह से झूठा करार दिया है।
जेलेंस्की ने जमीन देने से किया इनकार
वॉशिंगटन पोस्ट ने पिछले महीने जानकारी दी थी कि बर्न्स एक सीक्रेट ट्रिप पर यूक्रेन गए थे और यहां पर उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। द वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा कि CIA निदेशक विलियम बर्न्स ने इस दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की से रूस और यूक्रेन के बीच शांति प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की थी। इस शांति प्रस्ताव में यूक्रेन द्वारा रूस को अपने 20 फीसदी इलाके सौंपने की बात कही गयी थी लेकिन यूक्रेन ने इस प्रस्ताव को मानने से साफ इनकार कर दिया। जेलेंस्की का कहना था कि वे किसी भी कीमत पर अपने इलाके को विभाजित नहीं होने देंगे। इस कथित शांति प्रस्ताव की जानकारी मीडिया में आने पर अमेरिका सहित यूक्रेन में हंगामा मच गया।
CIA ने रिपोर्ट को गलत करार दिया
हालांकि अब CIA ने इस रिपोर्ट को गलत करार दिया है। समाचार पत्रिका न्यूजवीक से बात करते हुए, CIA के एक अधिकारी ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया और इसे 'पूरी तरह से गलत' कहा। व्हाइट हाउस ने भी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप प्रवक्ता सीन डेवेट ने कहा कि रिपोर्ट "सटीक नहीं है।" इस बीच रूस ने भी इस तरह के किसी शांति प्रस्ताव की खबरों को खारिज कर दिया है। रूस ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन के साथ अपने युद्ध को समाप्त करने के लिए किसी गुप्त सौदे की पेशकश नहीं की है।
चीन के लिए रूस पर आंख मूंदने की नीति
आपको बता दें कि इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस शांति प्रस्ताव को लेकर अमेरिकी प्रशासन में ही विभाजन हो चुका है। जहां एक धड़ा इस शांति प्रस्ताव के पक्ष में है वहीं दूसरा धड़ा इसके साफ खिलाफ है। रिपोर्ट के मुताबिक विलियम बर्न्स और बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन इस शांति प्रस्ताव के पक्ष में थे ताकि वे युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त कर सकें और चीन पर ध्यान केंद्रित कर सकें। वहीं राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन का मानना है कि रूस को मनमर्जी करने की छूट नहीं दी जा सकती। वे नियम-आधारित शांति व्यवस्था और यूक्रेन के लिए बड़े पैमाने पर सैन्य समर्थन के पक्ष में हैं।
नाथन एंडरसन जिसकी एक रिपोर्ट से अडानी के अरबों डॉलर डूबे, 36 कंपनियों का कर चुके हैं काम तमाम
Recommended Video