यूएई के विदेश मंत्री ने कहा इस्लाम विरोधी नहीं है ट्रंप का आदेश
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुसलमान देशों पर लगाए गए बैन का समर्थन किया। कहा इस्लाम विरोधी नहीं है, राष्ट्रपति का बैन।
अबु धाबी। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात मुसलमान देशों पर लगाए गए प्रतिबंध का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि सात मुसलमान देशों पर लगाया गया राष्ट्रपति ट्रंप का बैन इस्लाम विरोधी नहीं है। यह पहला मौका है जब किसी देश ने राष्ट्रपति ट्रंप के बैन का समर्थन किया है।
पहला देश जिसने किया समर्थन
यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि नए अमेरिकी प्रशासन का फैसला किसी एक खास धर्म को निशाना लिया गया फैसला है। यूएई के पड़ोसी मुल्क सऊदी अरब के बारे में बैन की खबरें आई थीं लेकिन फिलहाल सऊदी अरब बैन लिस्ट में नहीं है। यूएई, अमेरिका का करीबी मित्र है और पहली बार बैन के पक्ष में आवाज उठाई है। विदेश मंत्री ने कहा है, 'अमेरिका ने एक संप्रभु फैसला लिया है।' यह बात उन्होंने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ एक ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही। उन्होंने कहा कि यह बैन अस्थायी है और दुनिया में मुसलमानों की एक बड़ी आबादी पर लागू नहीं होता है।
स्टीव बैनन की सलाह पर लगा बैन
शुक्रवार यानी 27 जनवरी को राष्ट्रपति ट्रंप ने एक नया एग्जिक्यूटिव आदेश साइन किया है। इसके तहत इरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से आने वाले लोगों को बैन कर दिया गया है। यह फैसला चरमपंथी आतंकवादियों को अमेरिका में दाखिल होने से रोकने के लिए लिया गया है। यह बैन 120 दिनों के लिए है और इसे दूसरे देशों पर भी लागू किया जा सकता है। हालांकि बैन से उन मुस्लिम जनसंख्या वाले देशों को बाहर रखा गया है जिन पर पश्चिमी देशों पर बड़े आतंकी हमले करने का आरोप है। कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार स्टीव बैनन की सलाह पर यह आदेश लाया गया है और सात देशों को बैन कर दिया गया।