तंजानिया के छात्र की वडोदरा में मौत, एक महीने पहले ही आया था भारत, दो बार कोरोना रिपोर्ट आई थी निगेटिव
27 मार्च को भारत पढ़ने आए तंजानिया के छात्र की कोविड-19 महामारी से मौत हो गई। अब उनके शव को वापस तंजानिया भिजवाने की तैयारी की जा रही है।
वडोदरा, मई 03: कोरोना वायरस भारत में खतरनाक स्तर पर कोहराम मचा रहा है और उसी का शिकार तंजानिया का रहने वाला एक छात्र भी बना है। तंजानिया के रहने वाले नगोई इमानुएल हैरिसन की बडोदरा में कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई। सबसे हैरानी की बात ये है कि नगोई इमानुएल हैरिसन का कोरोना रिपोर्ट दो बार निगेटिव आया था लेकिन उनमें तमाम लक्षण कोरोना वायरस के थे। गुजरात के वडोदरा अस्पताल में नगोई इमानुएल हैरिसन का इलाज चल रहा था लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। अब नगोई इमानुएल हैरिसन के शव को वापस उनके देश भेजने की तैयारी की जा रही है।
तंजानिया के छात्र की मौत
नगोई इमानुएल हैरिसन तंजानिया के रहने वाले थे और उन्होंने वडोदरा स्थिति महाराजा सयाजीरॉव यूनिवर्सिटी में पीएचडी कोर्स में दाखिला लिया था। नगोई इमानुएल हैरिसन 27 मार्च को भारत आए थे लेकिन 21 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो गये। जिसके बाद उनका सरकारी अस्पताल में इलाज किया जा रहा था। नगोई इमानुएल हैरिसन ने यूनिवर्सिटी में बिजनेस इकोनॉमिक्स में पढ़ाई के लिए दाखिला लिया था। यूनिवर्सिटी ने कहा है कि नगोई इमानुएल हैरिसन का इलाज अस्पताल में चल रहा था लेकिन अचानक उनका ऑक्सीजन लेवल काफी नीचे गिर गया। एमएस यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल अफेयर्स के प्रोफेसर धनेश पटेल ने कहा है कि 'यूनिवर्सिटी में 40 विदेशी छात्रों का कोविड-19 टेस्ट करवाया गया था, जिसमें 3 छात्र पॉजिटिव पाए गये थे। छात्रों में एक एक गांबिया का रहने वाला है वहीं दो छात्र तंजानिया के रहने वाले हैं।' रिपोर्ट के मुताबिक नगोई इमानुएल हैरिसन तंजानिया के एक कॉलेज में लेक्चरर थे और अपनी पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने भारत आए थे।
2 बार आई थी रिपोर्ट निगेटिव
रिपोर्ट के मुताबकि नगोई इमानुएल हैरिसन ने कोरोना वायरस के तमाम लक्षण थे लेकिन दोनों बार जांच में उनका रिपोर्ट निगेटिव आया था। नगोई इमानुएल हैरिसन की स्थिति लगातार बिगड़ रही थी, जिसके बाद उन्हें गोत्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक नगोई इमानुएल हैरिसन को बचाने की हर संभव कोशिश की गई। लगातार ऑक्सीजन चढ़ाया जा रहा था लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था। और अंत में उन्हें बचाया नहीं जा सका। नगोई इमानुएल हैरिसन की मौत के बाद उनके घरवालों को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उनकी मौत की खबर दे दी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
शव वापस भेजने की कोशिश
यूनिवर्सिटी प्रशासन परिवार के संपर्क में है और विदेश मंत्रालय से बातचीत के बाद शव को वापस तंजानिया भेजने की कोशिश की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक तंजानिया विदेश मंत्रालय भी लगातार यूनिवर्सिटी और परिवार के संपर्क में है और बॉडी को वापस तंजानिया भेजने के लिए परिवार की मदद की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक नगोई इमानुएल हैरिसन अपने पीछे अपने माता-पिता और छोटी बहन को छोड़ गये हैं। नगोई इमानुएल हैरिसन की बहन ने उनके लिए मैसेज भी छोड़ा था ताकि ठीक होने के बाद वो मैसेज पढ़ पाएं लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
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