'मैंने कहा नेतन्याहू तुम तैराकी सीख लो क्योंकि भागने के लिए तुम्हारे पास समुद्र ही एकमात्र रास्ता होगा'
तेहरान। ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड के डिप्टी कमांडर ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी दी है कि तैराकी का अभ्यास शुरू कर लें, क्योंकि उन्हें अपने देश को छोड़ने के लिए मजबूर होना होगा। ईरान के सबसे सीनियर मिलिट्री लीडर ने नेतन्याहू का उस वक्त मजाक उड़ाया है, जब दोनों देशों के बीच सबसे ज्यादा तनाव चल रहा है। ईरान के ब्रिगेडियर जनरल होसेन सलामी ने केंद्रीय शहर इस्फहान में सेना को संबोधित करते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री को धमकी दी है। उन्होंने कहा कि मिडिल ईस्ट में अमेरिका और इजरायल की महत्वकांक्षाएं हमेशा नाकाम रही है।
सलामी ने कहा, 'मैंने जियोनिस्ट शासन (इजरायल) के प्रधानमंत्री को तैराकी का अभ्यास शुरू करने के लिए कहा है, क्योंकि समुद्र से होकर भागने अलावा तुम्हारे पास बचने के लिए कोई रास्ता नहीं बचेगा।' सलामी ने आगे कहा कि जियोनिस्ट शासन का वो हैसियत नहीं है कि हमें धमकी दें। सलामी के अनुसार, उन्हें हराने के लिए तो हिजबुल्लाह ही काफी है।
सलामी ने कहा कि हिबुल्लाह की ताकतों का मानना है कि इजराइल को हराने के लिए 1,50,000 रॉकेट और मिसाइलें ही काफी हैं। हिजबुल्लाह और इजराइल ने दो युद्ध लड़े हैं, जिनमें से दोनों बार इजरायली को बीच में छोड़ने पड़ा है। हालांकि, सलामी ने कहा कि ईरान और उनके सहयोगी अब आगे बढ़ेंगे।
इजरायली युद्धपोतों ने पड़ोसी सीरिया में संदिग्ध ईरानी ठिकानों पर हमला किया है। इजरायल का आरोप है कि लेबनान में शिया मुस्लिम हिजबुल्लाह आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए ईरान हथियार दे रहा है।
पिछले कुछ सालों में इजरायल और ईरान के बीच तनाव भी बढ़ा है, क्योंकि इजरायल ने ईरान को सीरिया में स्थायी सैन्य उपस्थिति को रोकने की कसम खाई है और उसने ईरानी अड्डों के खिलाफ दर्जनों हमले किए हैं। तेहरान में 1979 के इस्लामी क्रांति के कुछ ही समय बाद से ही ईरान और इजराइल लेबनान के गृहयुद्ध में प्रॉक्सी वॉर लड़ रहे हैं। दशकों से चल रहे इस युद्ध में ईरान काफी शक्तिशाली बनकर उभरा है। ईरान ने लेबनान, इराक, सीरिया और यमन शिया मुस्लिम मिलिशिया को संगठित करने का काम किया है।
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