महसा अमीनी की मौत के लिए ईरान की मोरालिटी पुलिस जिम्मेदार, USA ने लगाया प्रतिबंध
ईरान में हिजाब के विरोध में 16 सितंबर से शुरू हुए प्रदर्शन के क्रम में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में अब तक 31 नागरिकों की मौत हो चुकी है।
वाशिंगटन/तेहरान, 23 सितंबर : ईरान में महसा अमीनी की मौत (Mahsa Amini Death) से उत्पन्न हिजाब मामले की आग दुनिया भर (Iran Protest) में फैलती जा रही है। ईरान समेत विदेशों में इसको लेकर एंटी-हिजाब प्रदर्शन जारी हैं। ईरानी महिलाएं अपने हिजाब जला रही हैं, बाल काट रही हैं। वह हिजाब कानून का विरोध कर रही हैं। अमेरिका ने महिलाओं के इस विरोध प्रदर्शन में साथ देने का वादा किया है। बताया जा रहा है कि, महसा को ईरान की मोरालिटी पुलिस ने इसलिए गिरफ्तार किया था क्योंकि उन्होंने ठीक से हिजाब नहीं पहना था जो देश में महिलाओं के लिए तय ड्रेस कोड के खिलाफ है। वहीं, अमेरिका ने महिला की कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में मौत के मामले को लेकर ईरान की मोरालिटी पुलिस पर प्रतिबंध लगा दिया है। (The United States imposed sanctions Iran morality police )
ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन
ईरान में इन दिनों हिजाब के खिलाफ महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। इस विरोध-प्रदर्शन में पुरुष भी महिलाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। देश में ईरानी महिलाएं अपने हिजाब को जलाकर कानून का विरोध कर रही हैं। इसकी बड़ी वजह एक 22 साल की महिला की पुलिस कस्टडी में मौत। देश की मोरालिटी पुलिस ने पीड़िता महसा अमीनी को ठीक से हिजाब नहीं पहनने को लेकर गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि, पुलिस ने इस दौरान महिला को हिरासत में रखकर बुरे तरीके से पीटा था जिससे वह कोमा में चली गई। इसके ठीक तीन दिन बाद महसा की मौत हो जाती है। जब यह खबर आग की तरह फैली, इसके बाद देशभर की आक्रोशित महिलाओं ने महसा की मौत के खिलाफ हिजाब के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया।
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अमेरिका ने मोरालिटी पुलिस को जिम्मेदार ठहराया
अमेरिका ने ईरान में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ एक्शन लिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरानी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों पर ईरान की मोरालिटी पुलिस पर प्रतिबंध लगाया और 22 वर्षीय महसा अमीनी की हिरासत में मौत के लिए इकाई को जिम्मेदार ठहराया। अमेरिका ने कहा कि मोरालिटी पुलिस की वजह से ही ईरान के आसपास विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध
वहीं, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने ईरान की मोरालिटी पुलिस पर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया। इसके साथ ही ईरानी सेना के ग्राउंड फोर्से के प्रमुख सहित सात वरिष्ठ ईरानी सैन्य और सुरक्षा अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। ईरान में एक कुर्दिश महिला अमीनी को तेहरान में मोरालिटी ने पुलिस ने ठीक से हिजाब नहीं पहनने को लेकर गिरफ्तार किया था और हिरासत में रहते हुए वह कोमा में चली गई थी। इसके बाद उनकी मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा है कि वे अमीनी की मौत के कारणों की जांच करेंगे। महसा अमीनी को हिजाब ना पहनने के कारण पुलिस ने 13 सितंबर को हिरासत में लिया था।
प्रदर्शन में 31 लोगों की मौत
ईरान में हिजाब के विरोध में 16 सितंबर से शुरू हुए प्रदर्शन के क्रम में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में अब तक 31 नागरिकों की मौत हो चुकी है। साथ ही एक हजार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। देश में इंटरनेट सेवाएं ठप हो चुकी हैं। हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में पुरुष भी महिलाओं का साथ दे रहे हैं। अब ये 15 शहरों में फैल गया है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें भी हो रही हैं। आंदोलन कर रहे लोगों को रोकने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं। गुरुवार को फायरिंग में 3 प्रदर्शनकारियों की मौत हुई। सैकड़ों लोग घायल हैं।
(Photo Credit :PTI & Twitter)