झरने में फंसा परिवार नायाब तरीके से बच निकला
वो एक घाटी से होते हुए अरोयो सेको नदी और फिर वहां से झरने तक जाना चाहते थे. लेकिन तीसरे दिन वे घाटी के एक ऐसे तंग हिस्से में फंस गए जहां दोनों तरफ 40 फुट ऊंची दीवारें थीं. कर्टिस को लगा कि उनके पास रस्सी होगी लेकिन ऐसा नहीं था. यानी वे लोग चढ़कर नीचे या बाहर नहीं जा सकते थे. इसी के साथ झरने का बहाव बहुत तेज़ था जिसकी वजह से वे वहीं फंस गए.
अमरीका में एक परिवार की जान बोतल पर लिखकर भेजे गए एक संदेश ने बचा ली. ये परिवार एक तेज़ बहाव वाले झरने में फंस गया था.
उनका भेजा संदेश नीचे नदी में तैरता मिला जिसके बाद उन्हें बचा लिया गया.
कर्टिस व्हिटसन, उनकी गर्लफ्रेंड और उनका 13 साल का बेटा जून के महीने में मध्य कैलिफोर्निया गए थे.
वो एक घाटी से होते हुए अरोयो सेको नदी और फिर वहां से झरने तक जाना चाहते थे. लेकिन तीसरे दिन वे घाटी के एक ऐसे तंग हिस्से में फंस गए जहां दोनों तरफ 40 फुट ऊंची दीवारें थीं.
कर्टिस को लगा कि उनके पास रस्सी होगी लेकिन ऐसा नहीं था. यानी वे लोग चढ़कर नीचे या बाहर नहीं जा सकते थे. इसी के साथ झरने का बहाव बहुत तेज़ था जिसकी वजह से वे वहीं फंस गए.
कर्टिस ने सीएनएन को बताया, "जब मुझे अहसास हुआ कि पानी इतना ज़्यादा है कि नीचे उतरना बहुत खतरनाक है तो मेरा मन बैठ गया."
वहां न तो उनके फोन में सिग्नल था और न ही आस-पास एक भी इंसान दिख रहा था. तब उन्होंने एक बार ऑर्डर स्लिप पर संदेश लिखा कि 'हम यहां झरने के पास फंस गए हैं, हमारी मदद करें.' उनकी गर्लफ्रेंड खेल का स्कोर लिखने के लिए ये स्लिप साथ लाई थीं.
कर्टिस ने ये लिखकर उस संदेश को हरे रंग की बोतल में डाल कर उस पर 'हेल्प' यानी मदद लिख दिया. इसके बाद उन्होंने बोतल को झरने में फेंक दिया.
वो कहते हैं, "किस्मत अच्छी रही कि एक बार में ही बोतल सीधे झरने की तरफ चली गई."
लगभग 400 मीटर दूर उनका लिखा नोट दो हाइकर्स को मिला, जिन्होंने उनकी मदद की.
हाइकर्स टीम को संदेश मिलने के कुछ घंटों बाद ही रेस्क्यू टीम ने 15 जून की रात कर्टिस, उनके बेटे और उनकी गर्लफ्रेंड को खोज लिया.
कैलिफोर्निया हाइवे की पुलिस के टॉड ब्रेथोर ने कहा, "अगर वे इस तरह संदेश नहीं भेजते तो उन लोगों के पास वाकई में कोई अन्य विकल्प नही बचा था."
कर्टिस व्हिटसन दरवाज़े मरम्मत करने का काम करते हैं. उन्होंने कहा है कि वे उन हाइकर्स से मिलना चाहते हैं जिन्हें उनका संदेश मिला था.
उन्होंने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया, "मुझे आश्चर्य है कि सब कुछ एक दम परफेक्ट तरीके से कैसे हो गया."