10 लाख डॉलर की कीमत वाले अमेरिकी जेट को तालिबान ने सेकेंडों में गिराया
वाशिंगटन। अमेरिका के लिए अफगानिस्तान से एक और बुरी खबर आ रही है। तालिबान ने उसके सबसे एडवांस्ड और सबसे ताकतवर जेट पर हमला कर दिया है। यह अपने आप में हैरान कर देने वाली घटना है और हमले में इस जेट को काफी नुकसान भी पहुंचा है। यूएस आर्मी आफिसर्स ने इस खबर की पुष्टि की है।
एक एफ-16 जेट की कीमत 10 करोड़ डॉलर है। हमले के बाद बेस पर वापस लौटने से पहले इसे अपने फ्यूल टैंक और युद्ध के लिए जरूरी सारे सामान को फेंकना पड़ गया। यह हमला पिछले मंगलवार को अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिआ प्रांत के सायिद करम नामक शहर में हुआ था। इस शहर का ज्यादातर हिस्सा तालिबान के कब्जे में है।
तालिबानी ने उसी शाम ट्विटर पर एक बयान में इस बात का दावा किया था कि उसने इस जेट को मार गिराया है। शुरुआत में अमेरिकी सेना ने इस पर कहा था कि तालिबान के दावे की पुष्टि करने के लिए करने के लिए उसके पास कोई रिपोर्ट नहीं है।
जिस जगह पर हमला हुआ वहां से मिली तस्वीरों और लंदन के एक डिफेंस एनालिस्ट जे चाको ने तस्वीरों को देखने के बाद इसकी पुष्टि कर दी। चाको को इन तस्वीरों से संकेत मिला कि जेट को उड़ान का समय बढ़ाने में इस्तेमाल किए जाने वाले दो ड्रॉप टैंक, ईंधन टैंक, हवा से सतह पर मार करने वाली एक मिसाइल और दो अन्य अनगाइडेड बम का नुकसान हमले में जेट को हुआ।
इसके बाद मंगलवार को देर रात अमेरिकी सेना की ओर से बयान दिया गया कि 13 अक्तूबर को एक यूएस एफ-16 पक्तिया प्रांत में छोटे हथियारों से की गई फायरिंग की चपेट में आ गया।
जमीन से हवा में की गई गोलीबारी में विमान का एक स्टैबलाइजर प्रभावित हुआ और एक युद्धक सामग्री नष्ट हो गई। सेना की ओर से कहा गया कि पायलट ने बेस पर सुरक्षित लौटने से पहले दो ईंधन टैंकों और तीन युद्धक सामग्रियों को फेंक दिया। पायलट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वह बेस पर सुरक्षित लौट आया।
तालिबान छोटे हथियारों से गोलीबारी कर कई सैन्य हेलीकॉप्टरों को गिरा चुका है, लेकिन एफ-16 जैसे सुपरसोनिक स्पीड से चलने वाले अत्याधुनिक विमान को अब तक नुकसान नहीं पहुंचा पाया था।