मंडेला को रिहा करने वाले साउथ अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति डी क्लार्क का निधन, 85 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
नई दिल्ली, 11 नवंबर: साउथ अफ्रीका के अंतिम श्वेत पूर्व राष्ट्रपति एफडब्ल्यू डी क्लार्क का निधन हो गया है। लंबे समय से कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे पूर्व राष्ट्रपति ने 85 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। एफडब्ल्यू डी क्लर्क फाउंडेशन ने एक बयान में बताया अंतिम श्वेत दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति फ्रेडरिक विलेम (एफडब्ल्यू) डी क्लार्क का गुरुवार सुबह केप टाउन में उनके घर पर निधन हो गया।
फाउंडेशन ने बयान में कहा गया, 'पूर्व राष्ट्रपति मेसोथेलियोमा कैंसर के खिलाफ लंबे समय से संघर्ष कर रहे थे, जिसके बाद गुरुवार सुबह फ्रेस्नाये में उनके घर पर उनका निधन हो गया। फाउंडेशन ने कहा कि उनके परिवार में उनकी पत्नी एलिटा, उनके बच्चे जान और सुसान और उनके पोते-पोतियां हैं।
एफडब्ल्यू डी क्लार्क पृथक दक्षिण अफ्रीका के अंतिम राष्ट्रपति थे और रंगभेदी क्रांतिकारी नेल्सन मंडेला को उनके शासन के दौरान मुक्त किया गया था। मंडेला की रिहाई के बाद दोनों राजनेताओं ने नस्लीय अलगाव की नीति को समाप्त करने के लिए एक साथ काम किया।
मंडेला दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्राध्यक्ष बने थे। बता दें कि डी क्लार्क को 1983 में रंगभेद शासन की शांतिपूर्ण समाप्ति के लिए काम करने और एक नए लोकतांत्रिक दक्षिण अफ्रीका की नींव रखने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।