सऊदी अरब में मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर्स पर नया कानून, आवाज कम करने के फरमान पर मुस्लिम संगठन भड़के
सऊदी अरब सरकार ने अपने नये नियमों का ऐलान करते हुए कहा है कि अजान शुरू होने का संकेत देने के बाद लाउडस्पीकर को जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है।
रियाद, जून 01: सऊदी अरब किंगडम ने मस्जिदों के बाहर लगे लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर नया कानून बना दिया है, जिसके बाद कई मुस्लिम संगठनों में गुस्सा देखा जा रहा है। सऊदी सरकार की तरफ से मस्जिदों के बाहर अजान के समय निकलने वाली आवाज को लेकर नये नियम बनाए गये हैं और बकायदा सऊदी सरकार की तरफ से इसके लिए सर्कुलर जारी किए गये हैं। हालांकि, कुछ कट्टरपंथी संगठनों ने सऊदी सरकार के इस फैसले पर कड़ा एतराज जताया है तो सऊदी अरब की जनता ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
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लाउडस्पीकर पर नये नियम
दरअसल, सऊदी अरब सरकार ने मस्जिदों के बाहर लगे लाउडस्पीकर्स को लेकर नया सर्कुलर जारी किया है। सऊदी अरब के इस्लामिक मामलों के मंत्री शेख डॉ. अब्द अल लतीफ अल-शेख ने अजान के समय मस्जिदों के लाउडस्पीकर से निकलने वाली आवाज को लेकर नया नियम जारी किया है। जिसके तहत मस्जिदों में सिर्फ अजान के वक्त ही लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई है। इसके साथ ही अजान के समय लाउडस्पीकर से निकलने वाली आवाज को लाउडस्पीकर की क्षमता का एक तिहाई कर दिया गया है। इसके साथ ही सऊदी सरकार ने अपने सर्कुलर में कहा है कि अगर कोई इन नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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सऊदी सरकार के नये नियम
सऊदी अरब सरकार ने अपने नये नियमों का ऐलान करते हुए कहा है कि अजान शुरू होने का संकेत देने के बाद लाउडस्पीकर को जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है। सऊदी अरब की सरकार ने अपने नये नियम में कहा है कि पूरी नमाज को लाउडस्पीकर पर सुनाने की कोई जरूरत नहीं है। सऊदी अरब में इस्लामी मामलों के मंत्रालय ने एक ट्वीट के जरिए सर्कुलर के बारे में जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि 'इस्लामी मामलों के मंत्री डॉ. अब्द अल-लतीफ अल-शेख ने मंत्रालय की सभी शाखाओं के लिए एक सर्कुलर जारी किया है, जिसके मुताबिक सऊदी अरब में मस्जिदों से जुड़े लोगों को बाहरी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल सिर्फ अजान और इकामत तक के लिए ही सीमित कर दिया गया है। लाउडस्पीपर की आवाज डिवाइस की क्षमता के एक तिहाई से ऊपर ना हो। उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी'। आपको बता दें कि सऊदी अरब में 2 साल पहले मस्जिदों की तरफ से लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर विचार शुरू हुआ था और अब मंत्रालय ने सर्कुलर जारी कर दिया है।
शरीआ कानून के तहत फैसला
सऊदी अरब की मीडिया के मुताबिक सऊदी सरकार ने लाउडस्पीकर की आवाज कम करने का फैसला मुस्लिमों की शरीआ कानून के तहत लिया है। वहीं, रिपोर्ट में ये भी कहा गया है लाउडस्पीकर को लेकर नया कानून शेख मोहम्मद बिन सालेह अल उथायमीन और सालेह बिन फाजान अल फाजान के फतवा को आधार बनाकर बनाया गया है। इसके पीछे दलील ये दी गई है कि लाउडस्पीकर की ऊंची आवाज से लोगों को असुविधा ना हो। इससे पहले भी सऊदी अरब की सरकार लाउडस्पीकर को लेकर अप्रैल 2019 में गाइडलाइंस जारी कर चुकी है, जिसके तहत रमजान के महीनों में मस्जिदों के बाहर लगे लाउडस्पीकर की आवाज को धीमा रखने के लिए कहा गया था।
भड़के मुस्लिम संगठन
सऊदी अरब सरकार के लाउडस्पीकर पर लिए गये फैसले का कई मुस्लिम संगठनों ने आलोचना करनी शुरू कर दी है। कई मुस्लिम संगठनों ने कहा है कि अगर मस्जिद के बाहर लगे लाउडस्पीकर की आवाज को कम करने का फैसला लिया गया है तो रेस्टोरेंट और कैफे के अंदर म्यूजिक की आवाज को भी कम करना चाहिए। हालांकि, सऊदी अरब के लोगों ने सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है और लोगों की शिकायत के बाद ही लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर कानून बनाया गया है। सऊदी अरब की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सऊदी अरब के कई परिवारों ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर निकलने वाली तेज आवाज को लेकर शिकायत की थी और अजान के समय आवाज को कम करने की मांग की थी। शिकायत में कहा गया था कि अजान की तेज आवाज से बच्चों की नींद प्रभावित होती है। जिसके बाद सऊदी सरकार ने लाउडस्पीकर को लेकर फैसला लिया है। वहीं, सरकार की तरफ से ये भी कहा गया है कि अजान पढ़ने के लिए मस्जिदों से आह्वान का इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं है।
सऊदी अरब में धार्मिक सुधार ?
सऊदी अरब किंगडम पिछले कुछ सालों से लगातार धार्मिक सुधार को लेकर काम कर रहा है और उसी के तहत सऊदी स्कूलो में नई शिक्षा प्रणाली को लाया गया है, जिसमें विश्व की अलग अलग संस्कृति से भी सऊदी अरब के लोगों का वास्ता करवाया जाएगा। इसी के तहत सऊदी अरब के स्कूली किताबों में सनातन धर्म की शिक्षा देने के लिए रामायम और महाभारत को शामिल किया था। वहीं, सऊदी किंगडम ने सऊदी अरब में सालों से चले आ रहे सामाजिक कानूनों और सामाजिक बंधनों को लेकर भी ढील देनी शुरू कर दी है। जिसके तहत सऊदी अरब में महिलाओं के लिए कार चलाने पर लगा प्रतिबंध भी खत्म कर दिया गया है। वहीं, रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी सरकार के नये आदेश के बाद सऊदी अरब में मस्जिदों के बाहर लगे लाउडस्पीकर से आवाज कम कर दी गई है। वहीं, सऊदी अरब के इस्लामिक मामलों के मंत्री ने फैसले की आलोचना करने वालों से कहा है कि वो घृणा फैलाने की कोशिश ना करें और जो लोग इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं वो सऊदी अरब के दुश्मन हैं।
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