पुलित्जर पुरस्कार विजेता हास्यकार रसेल बेकर का 93 वर्ष की आयु में निधन
न्यूयॉर्क। पुलित्जर अवॉर्ड विजेता लेखक और हास्यकार रसेल बेकर का 93 वर्ष की आयु में निधन में हो गया है। न्यूज एजेंसी एपी की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है। रसेल को न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिख गए उनके कॉलम्स के लिए जाना जाता है। बेकर न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए ऑब्जरवर कॉलम लिखते थे। इसके अलावा उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए 'मास्टरपीस थियेटर' को होस्ट किया था जो आज तक लोगों में काफी मशहूर है। बेकर को साल 1982 में पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 21 जनवरी को उनका निधन वर्जिनिया के लीसबर्ग स्थित उनके घर में हुआ।
अकेलेपन से लेकर टैक्स इनफॉर्म तक पर लिखा
रसेल ने अपनी ऑटो बायोग्राफी ग्रोइंग अप लिखी थी और यह एक बेस्ट सेलर साबित हुई। उनके इस मेमोयर के लिए उन्हें पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके बेटे एलेन बेकर ने बताया है कि रसेल गिर गए थे और उसके बाद से ही उनकी तबियत बिगड़ती गई। रसेल 36 वर्षों से लेखन के क्षेत्र में सक्रिय थे और उन्हें लोगों को अपनी लेखनी के जरिए हंसाने का श्रेय दिया जाता है। बेकर काफी सरल शब्दों में मजाकिया बात कहने के लिए मशहूर थे। रसेल के 10 कॉलम्स को पुलित्जर कमेटी की ओर से एग्जामिन किया गया था।
इन कॉलम के जरिए रसेल के शौक और लेखन के क्षेत्र में उनकी विविधिताओं के बारे में पता लगा। रसेल ने टैक्स में सुधार से लेकर अकेलेपन, मृत्यु, डर, आर्टिस्ट नॉरमन रॉकवेल और इस तरह के कभी गंभीर तो कभी मजाकिया कॉलम्स को लिखा। वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक रसेल ने उस साधारण जिंदगी को कागज पर उतारा था जो साधारण लोगों के द्वारा जी जाती है। उन्होंने कभी भी कोई भी कॉलम दोबारा नहीं लिखा। वह अक्सर अपने लिखे हुए कॉलम्स को लेकर गपै की अनुभूति करते थे।