डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वकील विजय शंकर को किया था जज नॉमिनेट, जो बाइडेन ने आते ही 'हटाया'
भारतीय मूल के अमेरिकी वकील विजय शंकर का बतौर जज नामांकन वापस ले लिया गया। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने विजय शंकर का नॉमिनेशन वापस ले लिया।
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के साथ ही जो बाइडेन या तो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों को बदल रहे हैं या फिर उनपर रोक लगा रहे हैं। ताजा फैसला जो बाइडेन ने जजों को लेकर लिया है। जो बाइडेन प्रशासन ने भारतीय मूल के अमेरिकी जज विजय शंकर का नॉमिनेशन खारिज करने का फैसला किया है। डोनाल्ड ट्रंप ने विजय शंकर को कोलंबिया कोर्ट ऑफ अपील के एसोसिएट जज के तौर पर नामांकित किया था।
विजय शंकर का नॉमिनेशन वापस
अमेरिका के नये राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय मूल के विजय शंकर का कोलंबिया कोर्ट ऑफ अपील के एसोसिएट जज के तौर पर नामांकन वापस लेने का फैसला लिया है। विजय शंकर के साथ 30 और ऐसे न्यायिक प्रक्रिया में शामिल लोग हैं, जिनका नामांकन जो बाइडेन प्रशासन ने वापस लेने का फैसला किया है। विजय शंकर को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोलंबिया कोर्ट ऑफ अपील के एसोसिएट जज के तौर पर नामिक कर सीनेट को भेजा था। जिसे जो बाइडेन ने वापस लेने का फैसला लिया है।
विजय शंकर समेत 30 लोगों के नामांकन वापस लेने की लिस्ट यूएस सीनेट को बाइडेन प्रशासन ने भेज दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल जून में भी विजय शंकर को नॉमिनेट किया था। और दोबारा फिर डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें जनवरी में एसोसिएट जज के तौर पर नामांकित किया था। इस वक्त विजय शंकर अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस में सीनियर लिटिगेशन काउसेल हैं। इसके साथ ही विजय शंकर अपीलेट सेक्शन के डिप्टी चीफ भी हैं।
भारतीय मूल के हैं विजय शंकर
2012 में अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ज्वाइन करने से पहले विजय शंकर बतौर वकील वाशिंगटन में प्रैक्टिस करते थे। अमेरिका लॉ स्कूल से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने अमेरिका कोर्ट जज के अंदर काम किया। 3 जनवरी को सीनेट में सौंपे गये पत्र में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विजय शंकर को 15 सालों के लिए एसोसिएट जज के तौर पर नॉमिनेट किया था। लेकिन फिर चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के हारने के बाद जो बाइडेन अमेरिका के नये राष्ट्रपति बन गये। जिसके बाद सीनेट में उनके नाम पर मुहर नहीं लग पाया और अब जो बाइडेन ने विजय शंकर का नॉमिनेशन वापस ले लिया है।
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