पाकिस्तान के आर्मी चीफ की भारत को धमकी, कश्मीरियों के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत को धमकी दी है। पाकिस्तान के रक्षा और शहीद दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा ने फिर कश्मीर राग अलापा। उन्होंने कहा कि कश्मीर में जुल्म हो रहे हैं। कश्मीर मसले का हल वहां की जनता की मर्जी के हिसाब से होना चाहिए। उन्होंने भारत को धमकी देते हुए कहा कि ऐसा नहीं होने पर वो कुछ भी करने को तैयार हैं।
'हर कुर्बानी देने के लिए तैयार'
शुक्रवार को पाकिस्तान आर्मी के मुख्यालय रावलपिंडी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनरल बाजवा ने कहा कि कश्मीरों के हकों पर हमला किया है जो हमारे और आर्मी के लिए चैलेंज है। पाकिस्तान और कश्मीरियों के दिल एक साथ धड़कते हैं। हम कश्मीरियों के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। हम आखिरी गोली, आखिरी सिपाही और आखिरी सांस तक लड़ेंगे और इसके लिए हम हर हद तक जाने को तैयार हैं।
इमरान खान ने दी थी परमाणु युद्ध की धमकी
मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। गौरतलब है कि अगस्त के अंतिम हफ्ते में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश को संबोधित करते हुए भारत-पाक क्षेत्र में परमाणु युद्ध की चेतावनी दी थी। अगर स्थिति खराब होती है और युद्ध जैसी स्थिति बनती है तो हर किसी को याद रखना चाहिए कि दोनों देश परमाणु संपंन्न हैं और कोई भी परमाणु युद्ध नहीं जीतता है। दुनिया चाहे हमारा समर्थन करे या न करे, पाकिस्तान अब किसी भी हद तक जाएगा। हालांकि सितंबर के शुरुआत में इमरान खान अपने बयान से पलट गए और कहा कि उनका देश परमाणु हथियार का 'पहले प्रयोग नहीं' करने की नीति पर प्रतिबद्ध है।
राजनाथ ने सियोल में क्या कहा?
राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सियोल रक्षा वार्ता(सियोल डिफेंस डायलॉग) के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अपने इतिहास में कभी भी आक्रामक नहीं रहा है और न ही कभी होगा। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भारत अपनी रक्षा के लिए ताकत का इस्तेमाल करने से पीछे हटेगा। गौरतलब है कि इससे पहले अगस्त में राजनाथ सिंह ने भारत की परमाणु नीति और इसका पहले प्रयोग नहीं करने की नीति पर कहा था कि भारत अपने पहले परमाणु का इस्तेमाल नहीं करने की नीति पर टिका हुआ है लेकिन भविष्य में क्या होगा, वह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।