क्या राष्ट्रपति बराक ओबामा को मिल सकते थे चार वर्ष और?
अमेरिकी इतिहास में अब तक सिर्फ एक बार किसी राष्ट्रपति का कार्यकाल दो बार के बाद बढ़ाया गया है। फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट को उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का मौका मिला था।
शिकागो। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा जिस समय फेयरवेल स्पीच दे रहे थे लोग 'चार साल और' के नारे लगा रहे थे। निश्चित तौर पर इस बात में कोई शक नहीं है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा अमेरिकी इतिहास के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपतियों में से एक रहे हैं लेकिन वह और कोई और भी व्यक्ति अमेरिका में दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति पद के लिए अपनी किस्मत नहीं आजमा सकता है।
सिर्फ दो बार ही मिलता है चांस
वर्ष 2016 की शुरुआत में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह तीसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए अपनी किस्मत नहीं आजमाना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति ओबामा ने अक्टूबर 2015 में कहा था कि इस समय अमेरिका के लोगों को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत है और वह इस तरह से उन्हें नहीं छोड़ सकते हैं। उनके इस बयान के बाद सभी जगह एक ही बात शुरू हो गई कि क्या वाकई ओबामा वर्ष 2016 में होने वाले चुनावों में फिर से अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। दरअसल अमेरिका में एक कानून के तहत किसी भी व्यक्ति को सिर्फ दो बार ही राष्ट्रपति बनने और व्हाइट हाउस में रहने का अधिकार है। अमेरिका संविधान के 22वें नियम की वजह से ओबामा कभी भी तीसरी बार राष्ट्रपति नहीं बन सकते थे। इस नियम के सेक्शन-1 के तहत साफ है कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ दो बार ही राष्ट्रपति चुना जा सकता है और कोई भी व्यक्ति जो दो वर्षों तक राष्ट्रपति रहा हो, या फिर उसने दो वर्षों तक उसने उस राष्ट्रपति की तरह काम किया हो और दो वर्ष तक उस ऑफिस का जिम्मा संभाला हो जिसके लिए किसी और का चयन होगा, वह एक बार से ही ज्यादा राष्ट्रपति चुना जा सकता है। पढ़ें-देखिए आठ वर्षों में कैसे राष्ट्रपति ओबामा होते गए बूढे़
वर्ष 2013 में बदलाव के लिए आया प्रस्ताव
22वें नियम को अमेरिकी संविधान में 21 मार्च 1947 को मान्यता मिली थी। अमेरिकी संविधान के इस 22वें नियम में संशोधन के लिए एक प्रस्ताव वर्ष 2013 में लाया गया था। अमेरिकी कांग्रेस के तीन चौथाई सदस्यों की ओर से इस कानून को पास करने की मंजूरी नहीं मिलेगी तब तक इसमें संशोधन नहीं हो सकता है। इस संशोधन के कांग्रेस में आने के सात वर्षों के अंदर या इससे पहले यह पास हो जाता तो ओबामा के पास एक और मौका होता। इस संशोधन को कांग्रेस के 75 प्रतिशत सदस्य की मंजूरी चाहिए थी। ऐसा नहीं हो सका और ओबामा तीसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति नहीं बन पाए। पढ़ें-चीन और लादेन के जिक्र वाली ओबामा की फेयरवेल स्पीच की 10 बातें
सिर्फ एक राष्ट्रपति को मिला तीसरा मौका
अमेरिकी इतिहास में अब तक एक बार ही ऐसा मौका आया है जब राष्ट्रपति का कार्यकाल दो बार के बाद बढ़ाया गया है। फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट पहली बार वर्ष 1944 में राष्ट्रपति चुने गए थे और दो बार उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद तीसरी बार उन्हें राष्ट्रपति बनने का मौका मिल सका था। इसके बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन ने अपने दूसरे कार्यकाल के बाद उम्र का हवाला देते हुए अपना रिटायर होने की इच्छा जताई। इसके बाद से ही अमेरिकी राष्ट्रपति के दो कार्यकाल पर बहस शुरू हो गई थी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने जहां इस बिल को एक गलती बताया था तो वहीं पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने इसमें बदलाव की बात की थी। क्लिंटन ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति को दो बार सेवाएं देने के बाद तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का मौका देना चाहिए। पढ़े-क्यों डैड के फेयरवेल से गायब रही बेटी साशा