खुलासा: अब भारतीय महिलाओं पर ISIS की नजर, हनी ट्रैप के लिए करेगा रिक्रूट
नयी
दिल्ली।
दुनिया
की
सबसे
खतरनाक
आतंकी
सगठन
आईएसआईएस
एक
ऐसी
सेना
के
गठन
को
लेकर
गंभीर
है
जिसपर
विजय
पाना
नामुमकिन
हो।
हाल
ही
रिलीज
किये
गये
अपने
दिशा
निर्देशों
में
आईएसआईएस
ने
महिला
आतंकियों
को
संकेत
दिया
है
कि
वो
सिर्फ
एक
आतंकी
सगठन
नहीं
बल्कि
महिला
आतंकियों
की
एक
पूरी
सेना
बनाना
चाहता
है।
इस
बात
का
खुलासा
तब
हुआ
जब
हैदराबाद
की
कुछ
महिलाओं
को
पश्चिम
बंगाल
से
उठाया
गया
और
उनसे
पूछताछ
की
गई।
पूछताछ
में
उन
महिलाओं
ने
आईएसआईएस
के
वास्तविक
विचारों
का
खुलासा
किया।
महिलाओं
ने
बताया
कि
आईएसआईएस
महिलाओं
को
अपनी
सेना
में
सिर्फ
लड़ाई
के
लिए
नहीं
चाहता
है।
वनइंडिया से बातचीत में महिलाओं ने किए कई सनसनीखेज खुलासे
पूछताछ में महिला ने कहा कि हमें एक लंबी लड़ाई में सहयात प्रदान करने का निर्देश दिया गया था। हमें अलग-अलग काम दिए गये थे। महिला ने बताया कि हमें साफ तौर पर निर्देश दिया गया था कि हमें सैनिकों के लिए खाना बनाना है। इसके अलावा इस बात की भी छूट दी गई थी कि अगर हम आतंक की इस लड़ाई का हिस्सा बनना चाहते हैं तो हनी ट्रैप के तौर पर काम कर सकते हैं। वनइंडिया से बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि जब हम इराक पहुंचते तो हमें एक ट्रेनिंग कोर्स का भी ऑफर दिया गया था। इस कोर्स में सूचना एकत्र करने की खास कलाएं सिखाई जाती।
आईएसआईएस में शामिल अपने मित्रों की सुरक्षा चाहती हैं महिलाएं
जिन महिलाओं ने अपने दोस्तों (जिनमें ज्यादातर पुरुष थे) के साथ हैदराबाद छोड़ा था उन्होंने पुलिस को बताया कि आईएसआईएस में शामिल होने का उनका मुख्य मकसद अपने मित्रों (जो आईएसआईएस में शामिल हो चुके हैं) की सहायता करना है। महिला ने कहा कि हम ये जानते थे कि ये बहुत मुश्किल है लेकिन फिर भी हम अपने दोस्तों की सहायता करना और उन्हें वापस लाना चाहते हैं। महिला ने पुलिस को बताया कि आईएसआईएस भारत में महिलाओं की एक खतरनाक फौज बनाना चाहता है। पूछताछ के बाद एनआईए को जो जानकारी एकत्र हुई है उससे साफ है कि आईएसआईएस पूरी तरह युद्ध के लिए तैयार है।
क्या है आईएसआईएस का महिलाओं के वास्विक प्लान
आईएसआईएस महिलाओं को खाना बनाने, नर्स का काम करने और जो सैनिक युद्ध के बाद कैंप में आते हैं उनके सभी काम करने के लिए भर्ती करना चाहता है। इसके अलावा आईएसआईएस का जो मुख्य मकसद है वो ये है कि वो दुश्मनों के पास इन महिलाओं को भेज कर (हनी ट्रैप) जरुरी जानकारी एकत्र कर सके। हालांकि ये आईएसआईएस के नो वोमेन पॉलीसी के बिल्कुल विपरीत है। खैर जो भी हो मगर अब आईएसआईएस ने अपने पूर्व के सिद्धांतों के खिलाफ जाकर महिलाओं को तलाशना शुरु कर दिया है।