Video: नॉर्थ कोरिया ने डॉक्यूमेंट्री में दिखाया डोनाल्ड ट्रंप को चापलूस, नॉर्थ कोरियन जनरल को कर रहे सैल्यूट
नॉर्थ कोरिया के नेशनल चैनल ने गुरुवार को एक डॉक्यूमेंट्री ऑन एयर की है। इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए नेशनल चैनल ने सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति और नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग के बीच मुलाकात का एक अलग ही चेहरा पेश किया है।
वॉशिंगटन। नॉर्थ कोरिया के नेशनल चैनल ने गुरुवार को एक डॉक्यूमेंट्री ऑन एयर की है। इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए नेशनल चैनल ने सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति और नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग के बीच मुलाकात का एक अलग ही चेहरा पेश किया है। इस डॉक्यूमेंट्री में अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच हाल ही में पैदा हुए तनाव के बाद भी मुलाकात को एक नया अंदाज देने की कोशिश की गई है। आपको बता दें कि 12 जून को सिंगापुर में पहली बार किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने नॉर्थ कोरिया के किसी नेता से मुलाकात की है।
किम जोंग का हर पल कैद
नॉर्थ कोरिया के नेशनल चैनल केसीटीवी की डॉक्यूमेंट्री ने ट्रंप-किम की मीटिंग के हर हिस्से को कवर किया है लेकिन किम के नजरिए से। इस डॉक्यूमेंट्री में किम के एयर चाइना के प्लेन से सिंगापुर से रवाना होने से लेकर सिंगापुर तक पहुंचने तक सबकुछ दिखाया गया है। सिंगापुर में विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने उनका स्वागत किया था। डॉक्यूमेंट्री में किम को सेंट रेजिस के लग्जीरियस सुईट में आराम करते तक दिखाया गया है। इसके बाद उन्हें सिंगापुर के पीएम ली हाइसेन लूंग से मिलते हुए भी दिखाया गया है।
फिर हुई ट्रंप की एंट्री
42 मिनट से कुछ ज्यादा समय की इस डॉक्यूमेंट्री के आधा खत्म होने के बाद तक ट्रंप कहीं नजर नहीं आते हैं। लेकिन केसीटीवी ने 22:35 मिनट पर ट्रंप को दिखाया है। शायद इस फुटेज को अमेरिका नजरअंदाज कर गया है। इस फुटेज में ट्रंप नॉर्थ कोरिया की सेना के मंत्री और टॉप मिलिट्री लीडर नो कवांग चोल नजर आते हैं। शुरुआत में तो ट्रंप उनसे हाथ मिलाने की कोशिश करते हैं। नो अपना हाथ पीछे कर लेते हैं और फिर वह ट्रंप को सैल्यूट करते हैं। ट्रंप भी इस सैल्यूट का जवाब सैल्यूट से देते हैं। इसके बाद दोनों हाथ मिलाते हैं और किम जोंग पीछे खड़े मुस्कुराते हुए नजर आते हैं।
क्यों हो सकता है अमेरिका में विवाद
राष्ट्रपति को किसी मिलिट्री पर्सनल के सैल्यूट का जवाब सैल्यूट से देने की जरूरत नहीं होती है और फिर चाहे वे अमेरिकी सैनिक ही क्यों न हो। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने इस परंपरा की शुरुआत की थी जहां अमेरिकी राष्ट्रपति अगर चाहें तो अपने देश के सैनिकों की ओर से किए गए सैल्यूट का जवाब सैल्यूट से दे सकते हैं। लेकिन किसी विदेश सेना के सदस्य या सैनिक को सैल्यूट करना कोई साधारण बात नहीं है। इस पूरी डॉक्यूमेट्री में ट्रंप को एक ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर दिखाया गया है जो नॉर्थ कोरिया की चापलूसी कर रहा है।