अमेरिका से नहीं डरता है 'तानाशाह'! US को कहा, उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों के साथ आगे बढ़ेगा
उत्तर कोरियाई मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि, किम जोंग उन ने गुरुवार को उत्तर कोरिया की संसद में भाषण देते हुए अमेरिका पर उत्तर कोरिया को कमजोर करने का बड़ा आरोप लगा दिया।
प्योंगयांग,
9
सितंबर
:
उत्तर
कोरिया
के
तानाशाह
नेता
किम
जोंग
(North
Korean
leader
Kim
Jong
Un)
उन
कहा
है
कि
नार्थ
कोरिया
परमाणु
हथियारों
और
मिसाइलों
को
कभी
नहीं
छोड़ेगा।
उन्होंने
अमेरिका
पर
सीधा
निशाना
साधते
हुए
कहा
कि,
उनका
देश
अमेरिका
से
शत्रुता
का
मुकाबला
करने
के
लिए
परमाणु
हथियारों
के
साथ
आगे
बढ़ेगा।
इस
दौरान
किम
जोंग
उन
ने
वाशिंगटन
पर
उत्तर
कोरिया
की
रक्षा
को
कमजोर
करने
का
भी
आरोप
लगाया।
उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों के साथ आगे बढ़ेगा
उत्तर कोरियाई मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि, किम जोंग उन ने गुरुवार को उत्तर कोरिया की संसद में भाषण देते हुए अमेरिका पर उत्तर कोरिया को कमजोर करने का बड़ा आरोप लगा दिया। वहीं उत्तर कोरियाई संसद के सदस्यों ने एक कानून भी पारित किया है जो उत्तर कोरिया की सेना को स्वचालित रूप से दुश्मन ताकतों के खिलाफ परमाणु हमले करने का अधिकार देता है।
Recommended Video
अमेरिका से उत्तर कोरिया को नहीं लगता है डर
बता दें कि, उत्तर कोरियाई तानाशाह ने कुछ समय पूर्व अमेरिका और दक्षिण कोरिया को धमकी दी थी। उसने कहा था कि, अगर जरूरत पड़ी तो उत्तर कोरिया खुद की रक्षा करने के लिए अमेरिका पर परमाणु हथियार के इस्तेमाल करने से भी पीछे नहीं हटेगा। इधर किम की टिप्पणियों ने बढ़ते क्षेत्रीय तनाव की ओर इशारा किया है। इसको देखते हुए नार्थ कोरिया ने अपने परमाणु हथियारों और मिसाइल कार्यक्रम के विस्तार को गति दी है।
अमेरिका की बात को नज़रअंदाज करता है उत्तर कोरिया
अमेरिका बार-बार उत्तर कोरिया से परमाणु निरस्त्रीकरण की बात करता आ रहा है लेकिन उत्तर कोरिया को अमेरिका के किसी भी बात का कोई फर्क नहीं पड़ता दिख रहा है। इसके विपरित वह अमेरिका पर ही परमाणु हमला करने की धमकी दे देता है। वाशिंगटन और प्योंगयांग के बीच परमाणु मसले को लेकर ही उनके राजनीतिक और कूटनीतिक रिश्तें 2019 के बाद से पटरी से उतर गई थीं।
अमेरिकी धमकी के बावजूद किम कर रहे मिसाइलों का परीक्षण
तानाशाह किम ने इस साल रिकॉर्ड गति से हथियारों के परीक्षण में 30 से अधिक बैलिस्टिक हथियारों को लॉन्च किया है, जिसमें 2017 के बाद से उनकी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का पहला प्रदर्शन भी शामिल है। वहीं किम आए दिन अमेरिकी चेतावनियों को नजरअंदाज कर बैलिस्टिक हथियारों का समुद्र में परीक्षण करता आ रहा है। कुछ समय पहले उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपणों के बाद साउथ कोरिया ने अपने एक बयान में उत्तर कोरिया की इन हरकतों कड़ी निंदा की थी। साथ ही दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया से आग्रह किया था कि, द्वीप पर सैन्य तनाव बढ़ाने और सुरक्षा चिंताओं को गति देने के प्रयासों पर तुरंत विराम लगाए। हालांकि, उत्तर कोरिया के नेता ने साफ कर दिया कि, वह सुरक्षा कारणों से अपनी परमाणु क्षमता को और भी गति देगा।