नैन्सी की यात्रा में फंसा ताइवान! जंग जैसे हालात उत्पन्न, विध्वंसक युद्धपोतों का लगा जमावड़ा
एशिया महाद्वीप में नैन्सी के ताइवान दौरे को लेकर जंग के हालात उत्पन्न हो गए थे। चीन और अमेरिका ने दक्षिण-पूर्व चीन के तट से लगभग 100 मील दूर ताइवान को अपने युद्धपोतों से घेर लिया।
न्यूयॉर्क/ताइपे 4 अगस्त : चीन ने ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। बता दें कि, यूएस हाउस रिप्रजेंटेटिव की स्पीकर नैन्सी पेलोसी का ताइवान दौरा अब खत्म हो चुका है। चीनी राज्य मीडिया के अनुसार अमेरिकी हाउस स्पीकर के ताइपे से रवाना होने के कुछ घंटे बाद चीन ने ताइवान के आसपास मिलिट्री ड्रिलिंग शुरू की थी। बता दें कि, नैन्सी अब दक्षिण कोरिया पहुंच चुकी है। वहीं ताइवान ने दावा करते हुए कहा कि, 2 अगस्त को पेलोसी की ताइपे में मौजूद रहते 21 चीनी लड़ाकू विमान उनके हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया। हालांकि चीन का गुस्सा अभी भी शांत नहीं हुआ है। वह अभी भी लगातार अमेरिका को धमकी दे रहा है। बता दें कि, नैन्सी के ताइवान दौरे से चीन में रोष का माहौल है। चीन ताइवान को अपना प्रांत मानता है और वह किसी भी वक्त उसे अपने में शामिल करने की बात करता रहता है। नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बारे में जानकारी मिलते ही ड्रैगन देश ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ताइवान के पूर्व में अपने वॉरशिप तैनात कर दिए है। वहीं, अमेरिका के भी चार युद्धपोत चीन को कड़ी टक्कर दे रहा है।
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विमानवाहक पोत शैंडोंग-CV-17 और लियाओनिंग-001
एशिया महाद्वीप में नैन्सी के ताइवान दौरे को लेकर जंग के हालात उत्पन्न हो गए थे। चीन और अमेरिका ने दक्षिण-पूर्व चीन के तट से लगभग 100 मील दूर ताइवान को अपने युद्धपोतों से घेर लिया। पेलोसी की यात्रा के दिन चीन का विमानवाहक पोत शैंडोंग (CV-17) सान्या के नौसैनिक अड्डे से रवाना हुआ और दूसरी तरफ लियाओनिंग-001 ने भी अपना लंगर उठाकर युद्ध के मकसद से ताइवान की ओर चल दिए।
21 लड़ाकू विमान ताइवान में दाखिल
वहीं ताइवान ने दावा करते हुए कहा कि, 2 अगस्त को पेलोसी की ताइपे में मौजूद रहते 21 चीनी लड़ाकू विमान उनके हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया। वहीं, चीन के जवाब में ताइवान भी हवाई हमले और मिसाइल अलर्ट जैसे सैन्य अभ्यासों में जुटा है। बता दें कि, नैन्सी की यात्रा के बाद चीन ने ताइवान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। चीन के दो विमानवाहक पोत ताइवान के आसपास मंडरा रहे हैं।
चीन के दो खतरनाक विमानवाहक पोत के बारे में जानें
बता दें कि, चीन के दो खतरनाक विमानवाहक पोत ताइवान के आसपास मंडरा रहे हैं। चीन का CV-17 शेडोंग विमानवाहक पोत काफी खतरनाक और दुश्मनों पर अपना अचूक असर छोड़ता है। यह एक एयरक्राफ्ट कैरियर है जो स्ट्राइक ग्रुप बनाने वाले जहाजों और विध्वंसक के साथ घूमता है। बता दें कि, चीन के पहले विमानवाहक पोत लियाओनिंग का जलावतरण 2012 में किया गया था।
शेडोंग' का जलावतरण
2019 में दूसरे विमानवाहक पोत 'शेडोंग' का जलावतरण किया गया। चीन के नए युद्धपोत को पहला ड्रोन विमान वाहक पोत बताया जा रहा है। जहाज 50 मानव रहित प्रणालियों को ले जा सकता है, जिसमें मानव रहित नौकाएं, ड्रोन और पानी के नीचे चलने वाले वाहन शामिल हैं। चीन अपनी नौसेना का तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है, जिसमें नए विमानवाहक पोतों का निर्माण भी शामिल है। चीन ने श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह को 99 साल की लीज पर भी लिया है और अरब सागर में पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह का विस्तार और आधुनिकीकरण किया है।
ताइवान को सबस सिखायेगा चीन
बता दें, चीन ताइवान को सबक सिखाने के लिए उसके आधा दर्जन से ज्यादा बंदरगाहों को घेर लिया ताकि, व्यापारिक गतिविधियां बंद हो जाए।
ताइवान के पूर्व में अमेरिकी युदधपोत तैनात
वहीं विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका अपने चार वॉरशिप, यूएसएस रोनाल्ड रीगन, यूएसएस त्रिपोली, यूएसएस अमेरिका और यूएसएस एसेक्स को ताइवान के पूर्व में तैनात कर दिए। अमेरिका के ये सभी वॉरशिप चीन को टक्कर देने के लिए काफी है। अमेरिका के इस कदम से चीन काफी तिलमिलाया हुआ है।
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