Pakistan Crisis Food: रमजान में फ्री आटा देना बना मुसीबत, भगदड़ में 11 की मौत
पाकिस्तान में बीते कुछ दिनों में लगभग कई लोगों की मौत मुफ्त आटे की वजह से हुई है। इनमें से कई भगदड़ की वजह से मारे गए हैं और कई घंटों तक कतार में खड़े रहने के कारण थक कर मर गए हैं।
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पाकिस्तान में रेकॉर्ड तोड़ महंगाई से बुरा हाल है। लाखों लोगों को एक दिन की रोटी खाने के लिए कड़े संघर्ष से गुजरना पड़ रहा है। भुखमरी की समस्या को देखते हुए सरकार लोगों को मुफ्त आटा वितरित कर रही है। लेकिन इस मुफ्त के आटे के लिए देश में आए दिन मौते हो रही हैं। लोग आटे के लिए मरने-मारने पर उतारू हैं। आए दिन आटे के वितरण के दौरान भगदड़ मचने की खबर आ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक हाल के कुछ दिनो में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सरकारी वितरण आउटलेट से मुफ्त आटा लेने की कोशिश के दौरान कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है।
मंगलवार को 3 मरे, 60 घायल
दक्षिणी पंजाब के चार जिलों साहीवाल, बहावलपुर, मुजफ्फरगढ़, और ओकरा में मुफ्त आटा केंद्रों में मंगलवार को दो महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई। इसके अलावा कुल 60 लोगों के घायल होने की भी खबर है। मुजफ्फरगढ़ में मंगलवार को भारी भीड़ के कारण एक आटा वितरण केंद्र ढह जाने से कम से कम सात लोग घायल हो गए। सात में से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रशासन के खराब प्रबंधन के कारण भगदड़ मच गई। जानकारी के मुताबिक आटा केंद्र में पुलिस कर्मियों द्वारा लोगों पर लाठियां चलाने के बाद स्थिति और बिगड़ गई। इससे पहले फसैलाबाद, जहानियां और मुल्तान में भी आटा केंद्रों पर मौत की खबरें आई थीं।
द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को पहली भगदड़ साहीवाल शहर में हुई जहां एक महिला की मौत हो गई, जबकि 46 अन्य घायल हो गए। इसके अलावा रहीम यार खान में मुफ्त आटा लेने के चक्कर में 73 वर्षीय एक व्यक्ति को कुचल दिया गया, जबकि कई अन्य घायल हो गए। मंगलवार को ओकारा क्षेत्र में देपालपुर में मुफ्त आटा आपूर्ति केंद्र पर चार महिलाएं घायल हो गईं और दो बेहोश हो गईं। केंद्र पर लोगों की भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। चार महिलाएं जमीन पर गिर गईं जिसमें उन्हें चोटें आईं।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में आटे के वितरण में भेदभाव और जमाखोरी की खबरें लगातार बढ़ रही हैं। कई सरकारी आटा केंद्रों पर आटा नहीं मिलने की शिकायतें मिली हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं मुफ्त आटा लेने के लिए वितरण बिंदुओं पर इकट्ठा होती हैं। कई बार लंबे इंतजार के बाद भी आटा वितरण शुरू नहीं हो पाता जिससे लोग नाराज हो जाते हैं। ऐसे में पुलिस के लिए स्थिति का प्रबंधन करना मुश्किल हो जाता है। पाकिस्तान में मुफ्त और सब्सिडी वाले आटे के वितरण के दौरान इससे पहले भी भगदड़ होती रही हैं। इनमें कई लोगों के मारे जाने की खबरें भी आती रही हैं।
डेढ़ सौ रुपये किलो मिल रहा आटा
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश में कई शहरों में आटा डेढ़ सौ रुपये प्रतिकिलो की दर से मिल रहा है। महंगाई को देखते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रमजान से कुछ दिनों पहले घोषणा की थी कि करीब 1.58 करोड़ परिवारों को मुफ्त गेहूं का आटा मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए पाकिस्तान में बीस हजार अतिरिक्त वितरण केंद्र भी खोले गए हैं। भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके गरीब लोगों के लिए फ्री आटा पैकेज को एक महत्वपूर्ण राहत माना जा रहा है। इस योजना का मकसद इमरान खान की बढ़ती लोकप्रियता का मुकाबला करना माना जा रहा है।
इमरान खान ने की निंदा
पूर्व पीएम इमरान खान ने फ्री आटा केंद्रों पर हो रहे कुप्रबंधन के लिए पाकिस्तान सरकार की निंदा की है। उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत के लिए सरकार को दोषी ठहराया है। खान ने कहा कि चोरों की सरकार ने लोगों का जीवन इतना नारकीय बना दिया है कि वे आटे की थैली बटोरने के लिए मर रहे हैं। मुफ्त आटा केंद्रों पर घोर कुप्रबंधन को देखते हुए पीएम शहबाज शरीफ ने केंद्रों का दौरा करना शुरू कर दिया है।
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