पाकिस्तान में 50 नकली पायलटों के लाइसेंस रद्द, कराची हादसे के बाद करीब एक-तिहाई पर था संदेह
नई दिल्ली- कराची विमान हादसे के सात महीने बाद पाकिस्तान ने नकली लाइसेंस रखने वाले (fake licences) 50 पायलटों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। पाकिस्तान सरकार (Pakistan government) ने यह फैसला लेने के साथ ही अधिकारियों से यह जांचने को कहा है कि इन नकली पायलटों ने किस तरह से जाली दस्तावेजों के आधार पर लाइसेंस हासिल कर लिए। पाकिस्तानी सिविल एविएशन अथॉरिटी ने पाकिस्तानी हाई कोर्ट को ये जानकारी दी है। गौरतलब है कि कराची हादसे के बाद ही पाकिस्तान में नकली पायलटों का मुद्दा पूरी दुनिया में गर्मा गया था और यूरोपियन यूनियन ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस पर प्रतिबंध भी लगा दिए थे।

कराची विमान हादसे के बाद हुआ था खुलासा
पाकिस्तान में पायलटों के जाली लाइसेंस का मामला तभी सामने आया था जब पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (Pakistan International Airlines) का एक विमान इस साल 22 मई को कराची में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तब पाकिस्तान के एविएशन मिनिस्टर गुलाम सरवर खान ने मीडिया को बताया था कि वहां के 860 ऐक्टिव पालयलटों में 260 के पास या तो फर्जी लाइसेंस हैं या उन्होंने परीक्षा में चोरी करके लाइसेंस प्राप्त की है। कराची हादसे में 97 लोग मारे गए थे। उन संदिग्ध पायलटों के नाम भी जाहिर किए गए थे, ताकि पाकिस्तानी पायलटों के बारे में कोई गलत धारणा न बने। साथ ही पाकिस्तानी पायलटों को भी कोई परेशानी ना हो जो पाकिस्तान से बाहर काम कर रहे हैं।

पाकिस्तान में 50 नकली पायलटों के लाइसेंस रद्द
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक सरकारी अधिकारियों ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट से कहा है कि इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन की जरूरतों के मुताबिक उन्होंने 860 कॉमर्शियल पायलटों के लाइसेंस की पड़ताल की है और पूरी तहकीकात के बाद 50 पायलटों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। ये फर्जी पायलट पाकिस्तान के सरकारी विमान कंपनी पीआईए (PIA) के साथ-साथ दूसरी निजी और विदेशी विमान कंपनियों के लिए काम कर रहे थे। दिलचस्प बात ये है कि इस मामले की जानकारी चाहने के लिए सैयद सकलैन हैदर नाम के एक पायलट ने भी याचिका दायर की थी, लेकिन जांच में पाया गया कि खुद उसका लाइसेंस भी जाली है।

262 संदिग्ध पायलटों के लाइसेंस हुए थे निलंबित
रिपोर्ट के मुताबिक फर्जी पालयटों के बारे में पता लगाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) को सौंपी गई थी, जिन्हें यह पता लगाना था कि इन पायलटों ने किस तरह से जाली दस्तावेजों के आधार पर लाइसेंस बनवा लिए। पाकिस्तान सरकार के मुताबिक अभी तक 259 लाइसेंसों की जांच की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक संयुकत राष्ट्र की एजेंसी इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन ने पाकिस्तान से कहा था कि वह अपने सभी मौजूदा पायलटों के लाइसेंस की समीक्षा करे। इसका नतीजा ये हुआ है कि 860 ऐक्टिव पाकिस्तानी पायलटों में से 262 को संदिग्ध मानते हुए निलंबित कर दिया गया था।

32 और पायलट के लाइसेंस भी फर्जी, तीन की जांच जारी
पाकिस्तान में जिन 262 संदिग्ध पायलटों की जांच चल रही थी, उनमें से 172 का लाइसेंस जांच के बाद सही पाया गया है, लेकिन 50 पायलटों का फर्जी लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक दो पायलटों के लाइसेंस जांच शुरू होने से पहले ही कैंसिल कर दिए गए थे। बाकी 32 पायलटों के लाइसेंस भी जांच में कामयाब नहीं हुए हैं, लेकिन उन्हें फिलहाल निलंबित श्रेणी में रखा गया है। तीन पायलटों की जांच पूरी होने से पहले ही मौत हो चुकी है। बाकी तीन पायलटों के लाइसेंस के सत्यापन का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। इस खुलासे से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की भारी फजीहत हुई थी और यूरोपीयन यूनियन ने उसकी उड़ानों को प्रतिबंधित कर दिया था।
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