Oxford COVID-19 vaccine: ट्रायल सफल, जानिए कब तक आएगी कोरोना वैक्सीन?
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में बड़ी सफलता हाथ लगी है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किए जा रहे कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी सामने आई है। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल करने के बेहद करीब पहुंच गई है। वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल सफल रहा है। ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन ट्रायल अब तक सुरक्षित और इम्यून को मजबूत करने में सफल साबित हुआ है, जो एक अच्छी खबर है। अब तक इस वैक्सीन का परीक्षण 1077 लोगों पर किया गया है। इस ट्रायल में पाया गया है कि इस वैक्सीन को देने के बाद से लोगों के शरीर में एंटीबॉडी और व्हाइट ब्लड सेल्स बने हैं,जो उनकी इम्यून सिस्टम को मजबूती देने और कोरोना वायरस से लड़ने में मजबूती देने में सक्षम है। ऐसे में लोगों के मन में सबसे पहले सवाल उठ रहे हैं कि ये वैक्सीन कब तक उपलब्ध हो जाएंगे। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं....
कोरोना से लड़ने में सक्षम ऑक्सफोर्ड वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन का अब तक का ट्रायल उत्साहपूर्वक रहा है। वैक्सीन के ट्रायल में अच्छे संकत मिले हैं, लेकिन अभी इसका बड़े पैमाने पर ट्रायल बाकी है। इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका मिलकर ChAdOx1 nCoV-19 (AZD1222) को तैयार कर रही है। कोरोना के खिलाफ वैक्सीन बनाने की रेस में ये सबसे आगे चल रहे हैं। ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट इस वैक्सीन के तीसरे और फाइनल स्टेज का नेतृत्व कर रही है। उनका दावा है कि यह वैक्सीन लोगों को कोरोना से बचाने में 80 फीसदी तक सफल है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ये वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
कब तक उपलब्ध हो जाएगा वैक्सीन
सारा गिल्बर्ट का कहना है कि लोगों के लिए जल्द ही ये वैक्सीन उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को ठंड के मौसम में वायरस की मार नहीं झेलनी पड़ेगी, क्योंकि सितंबर तक ये वैक्सीन आ जाएगा। आपको बता दें कि ब्रिटेन ने पहले ही वैक्सीन की 10 करोड़ डोज अपने लिए सुरक्षित की है। वहीं भारत के पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के उत्पादन की जिम्मेदारी मिली है। अगर सब ठीक रहा तो सितंबर तक हमारे पास कोरोना के खिलाफ वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। हालांकि इसके बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। माना जा रहा है कि ट्रायल के बाद इसे इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है।
अगले चरण में वैक्सीन का ट्रायल
आपको बता दें कि ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन अगले चरण में कदम रखने जा रहा है। अब तक के सफल नतीजों से वैज्ञानिक भी उत्साहित हैं। ऑक्सफोर्ड और स्ट्राजेनेका ने मिलकर इस कोरोना वैक्सीन ChAdOx1 nCoV-19 (AZD1222) को तैयार किया और अब इस वैक्सीन के अगले चरण के ट्रायल की ओर बढ़ रही है। Lancet में छपे रिसर्च पेपर के मुताबिक इस वैक्सीन को वायरस के वेक्टर से तैयार किया गया है, जो कोरोना वायरस SARS-CoV-19 का स्पाइक प्रोटीन होता है। इस वैक्सीन के अब तक के च्रायल में नतीजे सकारात्मक रहे हैं, लेकिन इसे अभी लोगों को नहीं दिया जा सकता है। अभी इस वैक्सीन को दो और चरणों से गुजरना है, जिसमें इसे ब्रिटेन में 10 हजार लोगों को, अमेरिका में 30 हजार लोगों को, दक्षिण अफ्रीका में 2000 लोगों को और ब्राजील में 5000 लोगों पर ट्रायल किया जाएगा।