शहबाज को लताड़ने वाले रिटा. लेफ्टिनेंट जनरल पाकिस्तान में गिरफ्तार, देशद्रोह के मुकदमे में पुलिस ने घसीटा
एफआईआर में कहा गया है, कि पूर्व सैन्य अधिकारी अमजद शोएब का बयान, देश को कमजोर करने के लिए "नियोजित साजिश" का हिस्सा है।
Lieutenant General (retired) Amjad Shoaib Arrested: पाकिस्तान की इस्लामाबाद पुलिस ने लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अमजद शोएब को राष्ट्रीय संस्थानों के खिलाफ जनता को भड़काने का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमजद शोएब को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। जियो न्यूज के मुताबिक, एक चैनल पर कार्यक्रम के दौरान उन्होंने देश की सैन्य व्यवस्था और सरकार पर गंभीर सवाल उठाए थे, जिसके बाद ही उन्हें गिरफ्तार किया गया है और आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पूर्व आर्मी अधिकारी गिरफ्तार
जियो के मुताबिक, पाकिस्तान के दंड संहिता की धारा 153 ए और 505 के तहत अमजद शोएब को उनके निवास स्थान से इस्लामाबाद की रामना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रामना पुलिस स्टेशन में अमजद शोएब के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया गया है, उसमें उनके खिलाफ टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान लोगों को संस्थानों के खिलाफ विद्रोह करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। आपको बता दें, कि लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अमजद शोएब अकसर पाकिस्तानी संस्थानों के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं और सरकार की आलोचना करते रहे हैं। ARY की न्यूज के मुताबिक, उन्हें फिलहाल पुलिस स्टेशन के लॉकअप में रखा गया है, जहां से उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उनकी रिमांड मांगेगी। आपको बता दें, कि पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली के साथ ही देश के संस्थानों के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों की भारी संख्या में गिरफ्तारी की जा रही है और शहबाज सरकार एक ऐसा बिल लाने जा रही है, जिसमें आर्मी और सरकार के खिलाफ बोलने वाले लोगों की बिना वारंट गिरफ्तारी और पांच साल जेल का प्रावधान किया गया है।
इमरान खान का पक्ष लेने का आरोप
आपको बता दें, कि लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अमजद शोएब के खिलाफ दर्ज एफआईआर में इस बात का विशेष जिक्र किया गया है, कि वो देश की एक विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं को विवादास्पद सलाह दे रहे हैं और उन्हें देश की संस्थानों के खिलाफ भड़काने का काम कर रहे हैं और उनकी टिप्पणियां लोगों के बीच शत्रुता बढ़ाने का काम करती है। एफआईआर में कहा गया है, कि पूर्व सैन्य अधिकारी का बयान, देश को कमजोर करने के लिए "नियोजित साजिश" का हिस्सा है। आपको बता दें, कि अमजद शोएब ने दावा किया था, कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और इजरायल की एक टीम के बीच 7 सितंबर को एक सीक्रेट बैठक की गई थी, जिसके बाद पुलिस की तरफ से नोटिस जारी कर उनसे सबूत पेश करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने पुलिस नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया था। अमजद शोएब अपना यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं, जिसमें वो शहबाज सरकार के खिलाफ काफी आलोचनात्मक रूख अपनाते हैं।
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