ISI के नेपाल मॉड्यूल का खुलासा, कश्मीर में आतंकियों तक पैसा पहुंचाने में नेपाल के कुछ व्यापारी करते हैं मदद
आईएसआई के नेपाल मॉड्यूल का खुलासा हुआ है। कश्मीरी आतंकियों तक पैसा पहुंचाने के लिए आईएसआई नेपाल के कुछ व्यापारियों का इस्तेमाल करता है।
नई दिल्ली: खुलासा हुआ है कि देश के अंदर मौजूद कई गद्दार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को कश्मीर तक पैसा पहुंचाने में मदद कर रहे हैं। लाइन ऑफ कंट्रोल पर काफी सख्त सुरक्षा होने की वजह से आईएसआई डायरेक्ट कश्मीर तक आतंक फैलाने के लिए पैसे भेजने में नाकाम साबित हो रहा है ऐसे में कश्मीर ने कश्मीर तक पैसा पहुंचाने के लिए नेपाल मॉड्यूल का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। खुफिया खुलासे के मुताबिक नेपाल में मौजूद आईएसआई हैंडलर कश्मीर तक पैसा पहुंचा रहे हैं।
आईएसआई का नेपाल मॉड्यूल
खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आईएसआई कश्मीर तक पहले की तरफ पैसा पहुंचाने में नाकामयाब हो रहा है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर से आईएसआई के स्लीपर सेल बहुत हद तक खत्म किए जा चुके हैं लिहाजा अब आईएसआई नेपाल मॉड्यूल का इस्तेमाल कर रहा है। नेपाल में मौजूद आईएसआई के हैंडलर्स भारत में मौजूद अपने स्लीपर सेल्स और अपने कॉन्टेक्ट की मदद से कश्मीर तक पैसा पहुंचा रहे हैं। आईएसआई के नेपाल हैंडलर्स नेपाल होते हुए उत्तरप्रदेश, नेपाल से बिहार होते हुए कश्मीर में स्थिति आतंकियों तक पैसा पहुंचाते हैं। इसके साथ ही कई हथियारों की सप्लाई करने के साथ साथ आईएसआई कश्मीर स्थिति आतंकियों तक जरूरी इनफॉर्मेंशन भी पहुंचाने का काम करता है। खुलासा हुआ है कि आईएसआई कश्मीर भेजे गये अपने आतंकियों को हर महीने मदद पहुंचा रहा है।
नेपाल के व्यापारी शामिल
खुलासा हुआ है कि नेपाल में रहने वाले कई व्यापारी, जिनका सामान बिहार और उत्तर-प्रदेश में सप्लाई होता है, उनके संपर्क बिहार और उत्तर प्रदेश के कई लोगों से हैं। और नेपाल के व्यापारी इन्हीं लोगों को कैश में पैसा कश्मीर तक पहुंचाने के लिए देते हैं। वहीं, खुलासा ये भी हुआ है कि बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानीय युवा भी कश्मीर तक पैसा पहुंचाने का काम करते हैं। बदले में ISI की तरफ से इन्हें कमीशन दिया जाता है। खुलासा हुआ है कि आईएसआई का नेपाल मॉड्यूल इतनी खामोशी से चल रहा है कि इसके बारे में अभी तक किसी को भनक तक नहीं लगी है।
बिहार-यूपी के कुछ लड़के शामिल
25 फरवरी को जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से मिले कुछ सुराग के बाद बिहार एंटी टेरर स्क्वाड ने 25 साल के एक लड़के को सारण जिले के मरहौरा पुलिस स्टेशन स्थिति एक गांव से गिरफ्तार किया था। जिसने पुलिस के सामने नेपाल मॉड्यूल का खुलासा किया है। आरोपी लड़के के पास से पुलिस ने कैश और 7 पिस्टल बरामद किए हैं। आरोपी ने खुलासा किया है कि वो अलीगढ़ में रहने वाले एक कश्मीरी युवा को पैसे और पिस्टल देने वाला था। खुलासा हुआ है कि जिस कश्मीरी लड़के की जानकारी मिली थी उसे एक कश्मीरी आतंकवादी को बंदूक देते हुए पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारियों से मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक बिहार और उत्तरप्रदेश के रहने वाले कुछ युवा जाने-अनजाने आईएसआई की इस साजिश का शिकार हो चुके हैं। हालांकि, कुछ ऐसे भी युवा हैं जिन्हें सब पता है।
काठमांडू के हैं व्यापारी
खुफिया विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक 'काठमांडू में बिजनेस करने वाला एक व्यापारी आईएसआई का गुर्गा है और उसके कई कनेक्शन बिहार और उत्तर प्रदेश के छोटे व्यापारियों के साथ है। आईएसआई की तरफ से इन्हें कमीशन दिया जाता है। कई युवाओं को इन्होंने कश्मीर तक पैसे पहुंचाने के लिए तैयार किया हुआ है और हवाला के जरिए पैसे कश्मीर तक पहुंचा दिया जाता है। कई युवाओं को नहीं पता है कि वो किसकी मदद कर रहे हैं और किस तक पैसा पहुंचा रहे हैं'। बिहार स्थिति एक दूसरे खुफिया अधिकारी के मुताबिक 'बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ व्यापारियों को भी नहीं पता है कि वो जिसे पैसे का ट्रांसफर कर रहे हैं वो आईएसआई के द्वारा भेजा गया है, वहीं कुछ नेपाली व्यापारी भी जाने-अनजाने इसके शिकार बन रहे हैं। आईएसआई नेपाल के कुछ व्यापारी से कहते हैं कि उन्हे कुछ पैसे कश्मीर में रहने वाले अपने घरवालों तक भेजना है और कमीशन के नाम पर ये व्यापारी उनकी मदद कर देते हैं।
हालांकि, अब नेपाल पुलिस के साथ साथ खुफिया एजेंसियों ने इसकी तहकीकात कर आईएसआई के नेपाल मॉड्यूल को खत्म करना शुरू कर दिया है। खुफिया अधिकारियों ने कहा है कि बहुत जल्द इस मॉड्यूल को खत्म कर दिया जाएगा।