वर्ष 2010 में भी हो चुकी है टीटीपी कमांडर मौलाना फजुल्लाह की मौत!
इस्लामाबाद।इस्लामाबाद। शनिवार को पाकिस्तान की मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के पेज पर तहरीक-ए-तालिबान के कमांडर मौलान फजुल्लाह की मौत से जुड़ी कई अपडेट्स हो रही थीं। पाक सेना की ओर से कहा गया है कि फिलहाल इस खबर की आधिकारिक पुष्टि करने से पहले वह इसकी जांच कर रही है क्योंकि वर्ष 2010 में भी ऐसी ही खबरें आई थीं।
तो क्या गलत है छह घंटे पहले की खबर
छह घंटे पहले यह खबर आई कि टीटीपी कमांडर मौलाना फजुल्लाह को पाकिस्तान एयरफोर्स के जेट्स ने अफगानिस्तान में मार गिराया है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच साझा होने वाली इस इंटेलीजेंस ने इस खबर में काफी अहम रोल अदा किया।
इसके बाद ही पाक को इस बारे में मालूम चल सका कि पेशावर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड अफगानिस्तान में कहीं छिपा हुआ है। जैसे ही उसके मरने की खबरें आईं पाक में सेना के अधिकारी काफी खुश हुए क्योंकि उन्हें ऑपरेशन रूम में इसके बारे में जानकारी दी गई थी।
जो जानकारी फेसबुक पेज पर दी गई उसके मुताबिक एसएसजी को जल्द ही अफगानिस्तान भेजा जाएगा ताकि वह उसकी डेड बॉडी का ला सकें। हालांकि अभी तक पाक की ओर से इस बात की कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
हां, इस बात के बारे में जानकारी जरूर दी गई है की अफगानिस्तान में पाक सेना की ओर से एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया गया है जिसमें उसमें आईएसएएफ का साथ मिल रहा है। अभी तक सिर्फ एक पाक सैन्य अधिकारी की ओर से कहा गया है कि जल्द ही इस बारे में आधिकारिक जानकारी दी जाएगी।
2010 में भी यही हुआ था
वर्ष 2010 में भी इसी तरह की एक खबर आई थी जिसमें फजुल्लाह की मौत के बारे में बातें हुई थीं। इस खबर के मुताबिक फजुल्लाह अपने छह साथियों के साथ अफगानिस्तान के नूरीस्तान प्रांत की बर्ग मताल जिले में मार दिया गया है। यह इलाका पाक से सटा हुआ है। इस खबर की पुष्टि मोहम्मद जमान मामोजाई की ओर से की गई थी। मोमाजाई अफगान बॉर्डर फोर्स के प्रमुख थे।