हिजाब को लेकर अमेरिका और ईरान में ठनी, बाइडेन के वार पर रईसी का जोरदार पलटवार
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने महिला की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर तर्क देते हुए कहा कि, हर जगर अधिकारियों के हाथों लोगों के साथ बुरा होता है।
न्यूयॉर्क/तेहरान, 23 सितंबर : ईरान में महसा अमीनी की पुलिस कस्टडी में मौत से उत्पन्न हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन ( Public outrage in Iran over Mahsa Amini death) अब अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनता जा रहा है। देश में अलग-अलग इलाकों में हो रहे प्रदर्शन में 31 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, अमेरिका ने महिला की कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में मौत के मामले को लेकर ईरान की मोरैलिटी पुलिस पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, इन सब बातों से तिलमिलाए ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने अमेरिका पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, मोरैलिटी पुलिस की हिरासत में महिला की मौत की जांच अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया, अमेरिकी पुलिस द्वारा मारे गए लोगों के बारे में आपका क्या ख्याल है। क्या इन सभी मौतों की जांच कराई गई? हिजाब विवाद और ईरान में महिला की मौत के मामले पर अमेरिका और ईरान में ठन गई है।
रईसी ने अमेरिका को कटघरे में खड़ा किया
ईरान में हिजाब के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी अमेरिका में दुनिया के नेताओं की संयुक्त राष्ट्र महासभा में होने वाली वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए न्यूयॉर्क में पहुंचे थे। वहीं, न्यूयॉर्क में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकारों ने उनसे ईरान के ताजा हालात पर कई तीखे सवाल किए। ईरान में महिला की पुलिस कस्टडी में मौत और ईरान में जारी हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन से जुड़े सवालों का जवाब राष्ट्रपति रईसी ने दिया। उन्होंने कहा कि, मोरालिटी पुलिस की हिरासत में एक ईरानी महिला की मौत की 'दृढ़ता से' जांच होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने पुलिस कस्टडी में महिला की मौत के सवाल पर अमेरिका की पुलिस की पिछली कार्रवाईयों पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि,क्या अमेरिका पुलिस द्वारा मारे गए सभी लोगों की मौत की जांच कराई गई है?
Recommended Video
मानवाधिकार के दोहरे मापदंड
रईसी पत्रकार सम्मेलन में खेद व्यक्त करते हुए कहा कि, मानवाधिकारों के संबंध में पश्चिम में दोहरे मापदंड को लेकर सवाल खड़े किए। महसा अमीनी की मौत से उत्पन्न हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति रईसी ने आगे कहा कि, अधिकारी वहीं कर रहे थे जो उन्हें करने की जरूरत थी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि, महसा अमीनी की मौत कैसे हुई इसकी निश्चित रूप से जांच होनी चाहिए। रईसी ने कहा कि, उन्होंने पीड़िता के परिवार से संपर्क किया है और उन्हें आश्वासन दिया है कि, सरकार इस पूरे घटना की जांच करेगी। राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी चिंता प्रत्येक नागरिक के अधिकारों की रक्षा करना है।
रईसी ने कहा, ऐसी घटना हर जगह होती है
बुधवार को औपचारिक रूप से महासभा को संबोधित करने वाले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने महिला की मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर तर्क देते हुए कहा कि, हर जगर अधिकारियों के हाथों लोगों के साथ बुरा होता है। उन्होंने अमेरिकी लॉ इन्फोर्समेंट को कटघरे में खड़ा करते हुए अमेरिकी पुलिस के हाथों हुई मौतों की जांच पर सवाल उठाए। इसके साथ ही उन्होंने ब्रिटेन में महिलाओं की मौत का भी उल्लेख किया और कहा कि उसकी जांच नहीं की गई। रईसी ने अधिकारियों के हाथों ऐसी मौतों की से निपटने के लिए दुनिया भर में 'समान मानक' का आह्वान किया।
प्रदर्शन में 31 लोगों की मौत
ईरान में हिजाब के विरोध में 16 सितंबर से शुरू हुए प्रदर्शन के क्रम में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में अब तक 31 नागरिकों की मौत हो चुकी है। साथ ही एक हजार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। देश में इंटरनेट सेवाएं ठप हो चुकी हैं। हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में पुरुष भी महिलाओं का साथ दे रहे हैं। अब ये 15 शहरों में फैल गया है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें भी हो रही हैं। आंदोलन कर रहे लोगों को रोकने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं। गुरुवार को फायरिंग में 3 प्रदर्शनकारियों की मौत हुई। सैकड़ों लोग घायल हैं।
(Photo Credit : Twitter & PTI)
ये भी पढ़ें :महसा अमीनी की मौत के लिए ईरान की मोरालिटी पुलिस जिम्मेदार, USA ने लगाया प्रतिबंध