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'एंटी हिजाब प्रोटेस्ट' को खत्म करने की कोशिश! ईरान की कार्रवाई में पिछले हफ्ते 72 लोग मारे गए

हिजाब (Hijab) पहनने से इनकार करने पर ईरान (Iran Anti Hijab Protest) की मोरैलिटी पुलिस के हाथों 16 सितंबर को मारी गई 22 साल की कुर्दिश युवती महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत के बाद से ईरान सुलग रहा है।

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ईरान में 22 साल की कुर्द युवती महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत के बाद से हिजाब के खिलाफ घोर प्रदर्शन (Anti Hijab Protest) जारी है। इस प्रोटेस्ट पर नजर रखने वाले एक आधिकारिक समूह ने बताया कि प्रदर्शन के क्रम में पिछले सप्ताह करीब 72 लोगों को ईरानी सुरक्षा बलों ने मार डाला है। मारे गए 72 लोगों में 56 लोग कुर्द आबादी वाले इलाकों से थे। वहीं, नॉर्वे स्थित समूह ईरान ह्यूमन राइट्स (आईएचआर) मुताबिक, सुरक्षाबलों ने महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए इन प्रदर्शनों पर हिंसक कार्रवाई की जिसमें 416 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इनमें 51 बच्चे और 21 महिलाएं शामिल थीं। वहीं, ईरान सरकार कहना है कि प्रोटेस्ट के दौरान 40 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई है।

महसा की मौत के बाद ईरान में प्रदर्शन

महसा की मौत के बाद ईरान में प्रदर्शन

मालूम हो कि महसा अमीनी की 16 सितंबर को पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। पुलिस ने महसा को 13 सितंबर को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप था कि अमीनी ने सही तरीके से हिजाब नहीं पहना था जबकि ईरान में हिजाब पहनना जरूरी है। बाद में अमीनी को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। खबर के मुताबिक वहां उसके साथ मारपीट हुई जिसके कारण उसकी तबीयत बिगड़ी तो अमीनी को अस्पताल ले जाया गया। तीन दिन बाद खबर आई कि 22 साल की युवती महसा की मौत हो गई। इसके बाद से जारी हिंसक प्रदर्शन थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।

नहीं थमेगा प्रदर्शन

नहीं थमेगा प्रदर्शन

महसा की मौत के साथ शुरू हुआ इस प्रदर्शन ने 1979 की इस्लामी क्रांति की याद दिला दी। वहां की सरकार के लिए हिजाब के खिलाफ जारी प्रदर्शन को रोकना एक चुनौती का विषय बन चुका है। इस प्रदर्शन ने अंतरराष्ट्रीय आक्रोश को जन्म दे दिया है।

सर्वोच्च नेता को हटाने की मांग

सर्वोच्च नेता को हटाने की मांग

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को तख्त से हटाने की मांग की जा रही है। महिलाओं के खिलाफ सरकार की तानाशाही को खत्म करने के लिए लाखों प्रदर्शनकारी पिछले दो महीनों से ईरान की सड़कों पर हैं। वहीं, प्रदर्शन को दबाने और कुचलने के लिए सुरक्षाबलों के हाथों लोग मारे जा रहे हैं। खबर के मुताबिक ईरान सरकार प्रदर्शनकारियों को जेलों में ठूस रही है। इसके बाद भी प्रदर्शन है कि थमने के बजाय और भी ज्यादा उग्र होता जा रहा है।

पिछले सप्ताह का आंकड़ा

पिछले सप्ताह का आंकड़ा

नॉर्वे स्थित समूह ईरान ह्यूमन राइट्स (आईएचआर) मुताबिक ईरान में प्रदर्शन के क्रम में सिर्फ पिछले सप्ताह 72 लोगों की जान गई है, जिसमें 56 पश्चिमी कुर्द आबादी वाले इलाकों के लोग शामिल हैं। यहां हाल के दिनों में विरोध गतिविधि में तेजी आई है।

प्रदर्शन को खत्म करने की कोशिश

प्रदर्शन को खत्म करने की कोशिश

महसा अमीनी की मौत की सूचना देने वाली दोनों महिला पत्रकारों के खिलाफ ईरान पुलिस सख्त रवैया अपना है। ईरान के खुफिया मंत्रालय और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के खुफिया संगठन के मुताबिक दोनों पत्रकार निलोफर हमीदी (Niloofar Hamedi) और इलाहे मोहम्मदी ( Elahe Mohammadi)इस समय ईरान की एविन जेल में बंद हैं। ईरान सरकार को लगता है कि इन दो पत्रकार की वजह से उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

ये भी पढ़ें: महसा अमीनी की खबर ब्रेक करने वाली पत्रकार को बताया 'CIA' एजेंट, ईरान पुलिस ने जेल में डाला, जिंदगी हुई नर्क!ये भी पढ़ें: महसा अमीनी की खबर ब्रेक करने वाली पत्रकार को बताया 'CIA' एजेंट, ईरान पुलिस ने जेल में डाला, जिंदगी हुई नर्क!

English summary
Iranian security forces have killed 72 people, including 56 in Kurdish-populated areas, in the past week alone in their crackdown on the protests sparked by Mahsa Amini's death, a rights group said Tuesday.
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