अमेरिका में 15 करोड़ के वीजा धोखाधड़ी मामले में भारतीय नागरिक गिरफ्तार, इतने साल की हो सकती है जेल
वाशिंगटन। अमेरिका में एक वीजा धोखाधड़ी मामले में भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। उसपर आरोप है कि उसने वीजा की धोखाधड़ी करने के लिए साजिश रची है और फर्जी एच-1 बी वीजा के माध्यम से विदेशी नागरिकों को अमेरिका में आने के लिए प्रेरित किया है। इस बात की जानकारी अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने शुक्रवार को दी है। 48 वर्षीय आशीष साहनी नामक इस आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था।
आशीष साहनी ने कथित तौर पर चार कंपनियों की सहायता से एच-1बी विशेषता-व्यवसाय कार्य वीजा हेतु फर्जी आवेदन जमा किए हैं। साहनी पर साजिश रचने की दो धाराएं, वाणिज्यिक लाभ या निजी वित्तीय लाभ के लिए अमेरिका में आने और निवास करने के लिए एक विदेशी को प्ररित करने के लिए तीन धाराओं और धोखाधड़ी करने की एक धारा के तहत गिरफ्तार किया गया है। आगे बताया गया कि साहनी ने इस काम से साल 2011 से 2016 के बीच करीब 21 मिलियन डॉलर (15.73 करोड़ रुपये) कमाए थे। अगर इन सभी आरोपों में साहनी दोषी साबित होता है तो उसे कम से कम 10 साल की जेल होगी।
आशीष साहनी अमेरिका के वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया उपनगर, स्टर्लिंग का रहने वाला है। उसने एच-1 बी वीजा के लिए जो दस्तावेज जमा किए थे, उसमें कहा गया कि नामित विदेशी नागरिक अमेरिका में मौजूद विशिष्ट नौकरी के लिए पूरी तरह से योग्य है। लेकिन हैरानी इस बात की है कि ऐसी कोई नौकरी मौजूद ही नहीं थी। केवल इतना ही नहीं बल्कि आशीष साहनी ने गलत जानकारी देकर खुद को एक अमेरिकी नागरिक के रूप में स्थापित करने के लिए भी कोशिश की। उसने गलत जानकारी देने वाले एक आवेदन को प्रस्तुत करके उसे सही बनाने का प्रयास किया। गौरतलब है कि अमेरिका में वीजा नियमों को अब पहले से सख्त कर दिया गया है। जो भी इन नियमों को तोड़ रहा है, उसपर कड़ी कार्रवाई हो रही है।
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