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Covid के डर से अमेरिकी एयरपोर्ट पर तीन महीने तक छिपा रहा भारतीय युवक

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Indian Man Lived In US Airport: वाशिंगटन। अमेरिका में रह रहा भारतीय मूल का एक व्यक्ति कोरोना के चलते इतना डर गया कि फ्लाइट पर चढ़ने से बचने के लिए वह तीन महीने तक एयरपोर्ट पर ही छिपा रहा। एयरपोर्ट अधिकारियों को इसका पता तब चला जब उन्होंने उसकी पहचान पूछी। चौंका देने वाली ये घटना शिकागो एयरपोर्ट की है।

पहचान दिखाने को कहा तो खुला राज

पहचान दिखाने को कहा तो खुला राज

शिकागो ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक लॉस एंजेलस, कैलिफोर्निया के रहने वाले आदित्य सिंह को शिकागो के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट क्षेत्र के सुरक्षित क्षेत्र में रहने के लिए शनिवार को गिरफ्तार किया गया। वह 19 अक्टूबर से एयरपोर्ट पर ही रह रहे थे। आदित्य सिंह के बारे में तब पता चला जब दो अधिकारियों ने उनसे अपनी पहचान दिखाने को कहा। आदित्य ने एक बैज दिखाया लेकिन वह एक दूसरे स्टॉफ का था जिसके खो जाने की शिकायत अक्टूबर में ही की गई थी।

आदित्य ने अधिकारियों को बताया कि उन्हें स्टॉफ बैज एयरपोर्ट पर ही मिला था और वह कोविड से डर के चलते कहीं जाना नहीं चाहते थे इसलिए वह यहीं छिपकर रहने लगे। इसके बाद एयरपोर्ट अधिकारियों ने 911 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आदित्य सिंह को टर्मिनल 2 से हिरासत में ले लिया।

भारतीय मूल के आदित्य सिंह के ऊपर सुरक्षित क्षेत्र में घुसपैठ करने और चोरी करने का आरोप लगाया गया है। कोर्ट में अभियोजकों के चार्ज के मुताबिक आदित्य 19 अक्टूबर को लॉस एंजेलस से शिकागो एयरपोर्ट पर पहुंचे थे और तब से ही वह एयरपोर्ट के सुरक्षा क्षेत्र में रह रहे थे।

आरोपों को सुनकर जज भी हुए हैरान

आरोपों को सुनकर जज भी हुए हैरान

आदित्य सिंह के केस के बारे में जब जज को पता चला तो वह भी आश्चर्य में पड़ गए। इस पर जज ने ये जानना चाहा कि वह एयरपोर्ट पर किस तरह से खाने-पीने का इंतजाम कर रहे थे जिस पर अभियोजकों ने बताया कि वह एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों से मदद ले रहे थे।

तीन महीने तक किसी को पता न चलने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए जज ने कहा "अगर मैं आपको सही तरीके से समझ पा रहा हूं, तो आप ये कह रहे हैं कि एक अनधिकृत व्यक्ति जो कि कर्मचारी भी नहीं था वह 19 अक्टूबर 2020 से 16 जनवरी 2021 तक ओ'हारे हवाई अड्डे के टर्मिनल के एक सुरक्षित हिस्से में रह रहा था और किसी को पता नहीं चला? मैं आपको सही तरीके से समझना चाहता हूं।"

बचाव पक्ष के सरकारी वकील ने बताया आदित्य लॉस एजेंलस में एक रूममेट के साथ रह रहे थे और उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। हिरासत में लिए गए युवक ने हॉस्पिटैलिटी में मास्टर डिग्री ली है लेकिन वह वर्तमान में बेरोजगार हैं। बचाव पक्ष ने कहा कि परिस्थितियां अजीब हैं लेकिन उन पर हिंसा करने का आरोप नहीं है। खबर में ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि भारतीय मूल का ये युवक किसलिए शिकागो आया था।

एयरपोर्ट पर नहीं बना कोई खतरा

एयरपोर्ट पर नहीं बना कोई खतरा

आदित्य सिंह को एयरपोर्ट पर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें बेल के लिए 1000 डॉल करने होंगे। मामले की अगली सुनवाई 27 जनवरी को होगी।

शिकागो एयरपोर्ट प्रशासन ने अपने बयान में कहा है कि हालांकि अभी जांच की जा रही है लेकिन हम इस निर्णय पर पहुंचे हैं कि आरोपी एयरपोर्ट या यहां से गुजरने वाले यात्रियों के लिए कोई खतरा नहीं बना।

अमेरिका पूरी दुनिया में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देशों में शामिल है। यहां पर अब तक कोरोना वायरस के चलते 3,97,000 लोगों की मौत हो चुकी है जो कि दुनिया में सबसे ज्यादा है।

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English summary
indian man lived in us airport for three months due to covid
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