भारत-यूएई मिलकर करेंगे दाऊद का काला धंधा चौपट, जल्द होगा टेरर फंडिग के खिलाफ समझौता
अबू धाबी। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार यूएई की यात्रा की और इस बार यह दौरा कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण था। भारत और यूएई के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी, स्किल डिवेलपमेंट, वित्तीय मसलों और सुरक्षा संबंधी मामलों से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग के खिलाफ और फाइनेंशियल इंटेलिजेंस जैसे समझौतों पर हस्ताक्षर होने वाले हैं। दोनों देशों के बीच टेरर फंडिंग खिलाफ समझौता होने पर दुबई से लेकर अबू धाबी के शहरों में फैले दाऊद इब्राहिम के काले कारनामों की कमर टूटने वाली है।
न्यू चैनल 'एबीपी न्यूज' के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के बाद जारी साझा बयान में UAE ने भारत के साथ आतंक के खिलाफ साझेदारी और ड्रग्स तस्करी से मुकाबले पर सहयोग बढ़ाने की भी बात कही है। जिससे दोनों देश दाऊद इब्राहिम के यूएई में फैले कारोबार पर नकेल कसने पर आपसी सहयोग कर सकेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों देशों के बीच हुए समझौते से भारत की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जैसे एजेंसियां दाऊद की की बेनामी संपत्तियों और उसके कारोबार से जुड़ी जानकारियों को कार्रवाई के लिए तेज रफ्तार साझा कर पाएंगे।
बता दें कि भारत और यूएई के संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों की ओर से इस बात को अहमियत दी गई है कि दोनों देशों का समाज अलग है। लेकिन इसके बाद भी भारत और यूएई को चरमपंथ और आतंकवाद के हर स्वरूप और हर तरह के चलन को खत्म करने के लिए एक मॉडल को अपनाना ही होगा।