भारत, चीन और नेपाल एक दूसरे का सहयोग से बहुत फायदा उठा सकते हैं- बीजिंग
बीजिंग। नेपाल में नई सरकार के सत्ता में आने के बाद चीन ने बधाई देते हुए कहा कि नई दिल्ली, बीजिंग और काठमांडू आपसी सहयोग से बेहतरीन परिणामों के लिए कदम बढ़ाए जाने चाहिए। नेपाल में वामपंथ सरकार बनने के से पहले ही नए प्रधानमंत्री केपी ओली शुरू से ही चीन समर्थक रहे हैं। जिन्होंने जीत के बाद कहा था कि वे चीन के साथ बेहतर संबंध बनाने चाहेंगे, वहीं वक्त को ध्यान में रखते हुए भारत के साथ नई तरीके से रिश्तों की शुरूआत करेंगे। केपी ओली की पार्टी CPN-UML को इस बार आम चुनाव में भारी बहुमत मिला हैं।
हांगकांग के साउथ चाइना सी न्यूजपेपर को दिए एक इंटरव्यू में ओली ने कहा कि समय को ध्यान में रखते हुए वे भारत के साथ नए तरीकों से रिश्तों की शुरूआत करना चाहते हैं। साथ ही ओली ने चीन समर्थित 25 अरब रुपये के जल विद्युत परियोजना को फिर से शुरू करेगा, जो पिछले सरकार द्वारा अनियमितताओं का हवाला देते हुए खत्म कर दिया गया था।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे जेंग शुआंग ने कहा कि भारत, नेपाल और चीन तीनों एक दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी मुल्क है और तीन ही देश एक-दूसरे का सहयोग बहुत फायदा उठा सकते हैं। बता दें कि नेपाल को अपने पड़ोसी मुल्क चीन से बहुत आशा है, क्योंकि ओली सरकार बनाने से पहले ही कह चुके हैं कि वे विकास के लिए बीजिंग के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे, वहीं भारत पर निर्भरता को खत्म करेंगे।
वहीं, दूसरी ओर नेपाल में वामपंथ सरकार आने से चीन भी बहुत गदगद है, क्योंकि नेपाल में उनके रुके हुए प्रोजेक्ट एक बार फिर से शुरू होने वाले हैं। भारत पर रणनीतिक दबाव बनाने के लिए भी चीन नेपाल का प्रयोग करेगा।