‘उदयपुर कांड के लिए नुपूर शर्मा नहीं, जिहादी मुसलमान जिम्मेदार हैं’, SC के फैसले पर बोले डच सांसद
डच सांसद गिर्ट विल्डर्स, जिन्होंने अपने देश में इस्लामी कट्टरता के खिलाफ अक्सर कड़ा रुख अपनाया है, वो लगातार नूपुर शर्मा के पक्ष में बोल रहे हैं।
नई दिल्ली, जुलाई 02: भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड के लिए नुपूर शर्मा को विवादित बयान देने के लिए फटकार लगाई है, जिसको लेकर डच सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ने भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा का फिर से बचाव किया है और कहा कि, वह किसी भी चीज़ के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं और उन्हें इस्लामिक पैगंबर के बारे में सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगनी चाहिए।
नुपूर शर्मा नहीं हैं जिम्मेदार
भारत के सर्वोच्च न्यायालय के कुछ न्यायाधीशों ने राजस्थान के उदयपुर में दो इस्लामवादियों द्वारा हिंदू व्यक्ति कन्हैया लाल की बर्बर हत्या के लिए पूर्व भाजपा प्रवक्ता को 'जिम्मेदार' माना। शुक्रवार को किए गए एक ट्वीट में डच सांसद गिर्ट विल्डर्स ने लिखा कि, 'मुझे लगा कि भारत में कोई शरिया अदालत नहीं है। मुहम्मद के बारे में सच बोलने के लिए उन्हें कभी माफी नहीं मांगनी चाहिए। वह उदयपुर के लिए जिम्मेदार नहीं है। कट्टरपंथी असहिष्णु जिहादी मुसलमान जिम्मेदार हैं और कोई नहीं। नुपुर शर्मा एक हीरो हैं।"
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नुपूर शर्मा का समर्थन कर रहे हैं डच सांसद
डच सांसद गिर्ट विल्डर्स का ट्वीट सुप्रीम कोर्ट के कुछ न्यायाधीशों द्वारा की गई टिप्पणी के जवाब में था, जिसमें उन्होंने नूपुर शर्मा को उनकी 'ढीली जुबान' के लिए नारा दिया था और कथित 'ईशनिंदा' को लेकर कट्टरपंथी इस्लामवादियों द्वारा फैलाई गई अराजकता और हिंसा के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था। सुप्रीम कोर्ट ने नुपूर शर्मा को फटकार लगाते हुए कहा कि उनकी "ढीली जीभ" के कारण देश भर में फैली अराजकता के लिए उन्हें दोषी ठहराया और उन्हें पूरे देश से सार्वजनिक माफी मांगने के लिए कहा है।
इस्लाम के खिलाफ लगातार बोलते हैं डच सांसद
डच सांसद गिर्ट विल्डर्स, जिन्होंने अपने देश में इस्लामी कट्टरता के खिलाफ अक्सर कड़ा रुख अपनाया है, वो लगातार नूपुर शर्मा के पक्ष में बोल रहे हैं। हाल ही में ट्वीट्स के एक लगातार सिलसिले में गिर्ट विल्डर्स ने जोर देकर कहा था, कि पैगंबर मुहम्मद पर नुपुर शर्मा की टिप्पणी वास्तविक तथ्य हैं, मनगढ़ंत नहीं। आपको बता दें कि, नुपुर शर्मा ने अपने खिलाफ सभी एफआईआर को एक साथ करने की याचिका के साथ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के सख्त रूख के बाद उन्होंने अपनी सभी याचिकाएं वापस ले लीं।
विश्व हिंदू परिषद ने किया स्वागत
वहीं, विश्व हिंदू परिषद और विपक्षी राजनीतिक दलों ने नुपूर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का स्वागत किया है। विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि अदालत को प्राथमिकी को जोड़ने की अनुमति देनी चाहिए थी। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि, 'नूपुर शर्मा ने कानून के तहत अपराध किया है या नहीं, यह सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष मुद्दा नहीं था। यह एक मजिस्ट्रेट (अदालत) द्वारा गवाहों के बयान दर्ज करने और मामले में शामिल पक्षों की दलीलें सुनने के बाद तय किया जाएगा।" वहीं, नूपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए डच विधायक को कई बार जान से मारने की धमकी मिली थी। उन्होंने इस्लामवादियों द्वारा भेजी गई धमकियों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर साझा किए थे।
इस्लाम पर बैन अभियान का समर्थन
सांसद गीर्ट वाइल्डर्स अपने देश में इस्लाम पर बैन का अभियान भी चुके हैं। गीर्ड का मानना है कि सभी देशों को असहिष्णु लोगों के प्रति सहिष्णु होना बंद कर देना चाहिए। गीर्ट का नीदरलैंड्स की सियासत में अच्छा खासा प्रभाव है। उनकी राजनीतिक विचारधारा धुर दक्षिणपंथ वाली है। गीर्ट विल्डर्स, जिन्होंने 2006 में नीदरलैंड्स में एंटी-इमिग्रेशन पार्टी फॉर फ़्रीडम (PVV) की स्थापना की, उन्होंने अन्य बातों के अलावा, हिजाब पहनने पर टैक्स लगाने और नीदरलैंड को यूरोपीय यूनियन से बाहर निकालने की मांग कर चुके हैं।
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