10 दिन बाद फिर ट्रंप ने उठाया कश्मीर का मुद्दा, इस बार बोले अगर पीएम मोदी चाहें तो मध्यस्थता को रेडी
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वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से कश्मीर का राग अलापा है। 10 दिन बाद ट्रंप ने उक बार फिर दोहराया है कि यह भारत और पाकिस्तरन पर है कि दोनों देश कैसे कश्मीर का मुद्दा सुलझाते हैं। लेकिन अगर भारत-पाकिस्तान चाहें तो वह दशकों पुराने इस मसले को सुलझाने के लिए तैयार हैं। ट्र्रंप ने 22 जुलाई को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ भी कश्मीर का जिक्र किया था। उनके उस बयान ने भारत में काफी हंगामा किया था।
'सब-कुछ पीएम मोदी पर निर्भर'
डोनाल्ड ट्रंप ने यह बयान पिछले दिनों इमरान खान के साथ हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए दिया जब उन्होंने इमरान के सामने कश्मीर पर मदद की पेशकश की थी। ट्रंप की ओर से की गई मदद की पेशकश को भारत ने सिरे से नकार दिया था। साथ ही यह साफ कर दिया कि कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे देश की मध्यस्थता हरगिज स्वीकार नहीं है। ट्रंप ने कहा, 'सब कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निर्भर है कि वह मध्यस्थता की पेशकश स्वीकार करते हैं या नहीं।' ट्रंप ने रिपोर्ट्स के सामने यह बात उस समय कही जब उनसे पूछा गया था कि क्या भारत ने कश्मीर पर उनके मध्यस्थता के प्रस्ताव को स्वीकार किया है या नहीं। ट्रंप ने इस पर रिपोर्ट्स से ही सवाल कर दिया, 'क्या उन्होंने ऑफर एक्सेप्ट किया या नहीं।'
'कई वर्षों से जारी है कश्मीर का मुद्दा'
ट्रंप ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि इमरान खान और नरेंद्र मोदी दोनों ही काफी अद्भुत लोग हैं। अगर दोनों साथ आ जाए तो काफी बेहतर कर सकते हैं लेकिन अगर वे दोनों चाहते हैं कि कोई मध्यस्थता करे, उनकी मदद करे तो मैं तैयार हूं। मैंने पाकिस्तान से इस पर बात की है और भारत के बारे में खुले तौर पर कहा है।' ट्रंप ने इस दौरान यह भी कहा कि कश्मीर का मुद्दा पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है। ट्रंप से रिपोर्ट्स ने पूछा कि क्या वह चाहते हैं कि कश्मीर का मुद्दा सुलझ जाए? इस पर उन्होंने जवाब दिया, 'अगर मैं कर सकता हूं और अगर वह वाकई चाहते हैं तो मैं मध्यस्थता करने को बिल्कुल तैयार हूं।'