दो दवाईयों का ऐसा कौन सा डोज दे रहे हैं बांग्लादेश के डॉक्टर कि बस 4 दिन में ठीक हो रहे कोरोना के मरीज
ढाका। बांग्लादेश के डॉक्टरों ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना वायरस की एक कारगर दवा खोज ली है। डॉक्टरों की एक टीम जिसे सीनियर डॉक्टर लीड कर रहे हैं, उन्होंने कहा है कि दुनियाभर में बड़े पैमाने पर प्रयोग होने वाली दवाओं के कॉकटेल ने उन्हें मरीजों के इलाज में उत्साहजनक नतीजे दिए हैं। उनका कहना है कि इस दवा के प्रयोग से मरीजों में कोरोना के लक्षण पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। कोरोना वायरस महामारी की वजह से अब तक दुनियाभर में 312,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
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60 मरीजों पर हुआ था प्रयोग
बांग्लादेश की जिस मेडिकल टीम की तरफ से यह दावा किया जा रहा है, उसमें देश के प्रतिष्ठित फिजीशियन शामिल हैं। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इस समय कोरोना वायरस की वैक्सीन पर रिसर्च जारी है। ऐसे में यह दावा अगर सही साबित हुआ तो फिर निश्चित तौर पर राहत की खबर होगी। प्राइवेट बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (बीएमसीएच) में मेडिसिन डिपार्टमेंट के मुखिया प्रोफेसर डॉक्टर मोहम्मद तारिक आलम ने कहा, 'हमें उत्साहजनक नतीजे मिले हैं। दो दवाईयों के कॉकटेल को हमने कोरोना वायरस के 60 मरीजों पर प्रयोग किया था और सभी ठीक हो चुके हैं।'
बस चार दिन में ठीक हुए मरीज
आलम, बांग्लादेश के प्रतिष्ठित डॉक्टर हैं। उन्होंने बताया कि अक्सर प्रयोग होने वाली एंटी-प्रोटोजोल मेडिसन आइवरमेक्टिन की सिंगल डोज को एंटी-बायोटिक डॉक्सीसाइक्लिन के साथ मरीजों को दिया गया। इसके उन्हें जो नतीजे मिले, वो वाकई उत्साह बढ़ाने वाले थे। डॉक्टर आलम का दावा है कि इस कॉकटेल के डोज से सिर्फ चार दिन के अंदर कोरोना के मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। उनमें किसी तरह के कोई साइड-इफेक्ट्स भी नजर नहीं आए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम सिर्फ कोरोना वायरस मरीजों के लिए इस दवा के प्रयोग की सलाह दे रही है।
डॉक्टर 100 प्रतिशत आशावान
शुरुआत में ज्यादातर मरीजों में सांस से जुड़ी परेशानियां सामने आई थीं और जब टेस्ट हुआ तो वो कोरोना पॉजिटिव निकले। बांग्लादेश में अब तक 20,995 कोरोना के मामले सामने आए हैं और 314 लोगों की मौत हो गई है। डॉक्टर आलम के मुताबिक जब कोई मरीज कोरोना पॉजिटिव आता है तो उसके बाद वह इसी ड्रग कॉकटेल का प्रयोग करते हैं। डॉक्टर आलम की मानें तो सभी केसेज पर रिसर्च की गई और किसी भी मरीज में कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। डॉक्टर आलम बताते हैं कि उनकी टीम इस कॉकटेल की प्रभावशीलता को लेकर 100 प्रतिशत तक आशावान है।
अंतरराष्ट्रीय जर्नल में आएगी पूरी जानकारी!
डॉक्टर आलम के मुताबिक अब उन्होंने सरकारी नियामकों से संपर्क किया है और उन अंतरराष्ट्रीय प्रक्रियाओं का पता लगा रहे हैं जिसके तहत कोविड-19 के इलाज में इस दवा को मंजूरी मिल सके। उन्होंने कहा कि उनकी टीम इस डेवलपमेंट पर एक पेपर तैयार कर ही है जिसे अंतरराष्ट्रीय जर्नल में भेजा जाएगा। उनका कहना है कि वैज्ञानिक आकलन और इसकी पहचान के लिए यह जरूरी है।