Lockdown हटाने को तैयार देशों को WHO की चेतावनी, जल्दबाजी न करें और सतर्क रहें
जेनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने सोमवार को उन देशों को चेतावनी दी है जो लॉकडाउन हटाने को तैयार हो रहे हैं। डब्लूएचओ ने कहा है कि अभी और ज्यादा 'सतर्कता' बरतने की जरूरत है। आपको बता दें कि भारत के अलावा ब्रिटेन और अमेरिका लॉकडाउन हटाने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों को चिंता है कि इस महामारी में संक्रमण का दूसरा दौर अभी आना बाकी है।
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जर्मनी और दक्षिण कोरिया में नए केसेज
जर्मनी में लॉकडाउन में दी गई ढील के बाद नए कोरोना वायरस केस सामने आए हैं। वहीं दक्षिण कोरिया जिसने वायरस को फैलने से नियंत्रित कर लिया था, वहां पर नाइटक्लब्स में वायरस संक्रमण के नए मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। डब्लूएचओ के आपातकालीन प्रोग्राम के मुखिया डॉक्टर माइक रेयान ने कहा, 'अभी हमें कुछ उम्मीदें दिख रही हैं क्योंकि कुछ देश लॉकडाउन से बाहर आ रहे हैं।' उन्होंने इसके साथ ही कहा कि अभी और ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। डॉक्टर माइक ने कहा अगर यह बीमारी निम्न स्तर पर है और क्लस्टर्स की जांच नहीं हुई तो फिर इस बात का खतरा हमेशा है कि वायरस फिर से फैल सकता है।
वैक्सीन के अभाव में लॉकडाउन एकमात्र जरिया
दुनिया भर की सरकारें इस चुनौती का सामना कर रही हैं कि आखिर अर्थव्यवस्था को कैसे खोला जाए। रेयान ने कहा कि संगठन को इस बात की उम्मीद है कि जर्मनी और दक्षिण कोरिया नए क्लस्टर से गुजर जाएंगे। उन्होंने यहां पर संक्रमित मरीजों पर जिस तरह से नजर रखी जा रही है, उसकी तारीफ की है। डब्लूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेडरॉस एडहानोम गेब्रेसियस ने कहा है कि प्रतिबंधों को हटाना बहुत ही जटिल और मुश्किल है। उनका कहना था कि लॉकडाउन को धीरे-धीरे ही हटाया जाना चाहिए ताकि जिंदगियों और आजीविकाओं की सुरक्षा की जा सके। उनका कहना था कि जब तक कोई वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक बचाव के लिए उठाए गए कदम ही वायरस से बचने का एकमात्र जरिया हैं।