क्या कोरोना वायरस मर्दों को बना रहा है नपुंसक, जानिए एक्सपर्ट ने क्या कहा
नई दिल्ली। दुनियाभर में फैली कोरोना वायरस महामारी लाखों लोगों की मौत का कारण बन चुकी है। महामारी से निपटने के लिए लोगों को अब कोविड-19 वैक्सीन का इंतजार है। हाल ही में कोरोना वायरस महामारी को लेकर शोधकर्ताओं ने एक चौंकाने वाला दावा किया है, जिससे कोविड-19 मरीजों को बड़ा झटका लग सकता है। विशेषज्ञों ने एक अध्ययन में कहा है कि कोरोना वयरस के चलते संक्रमित मरीजों को लंबे समय तक इंफेक्शन का सामना करना पड़ सकता है। कोविड-19 पुरुषों में नपुंसकता का भी कारण बन सकता है।
कोरोना संकट में न बरतें लापरवाही
जैसे-जैसे कोरोना वायरस उपचार में सुधार हो रहा है और वैक्सीन आने की संभावना बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे कोविड-19 महामारी को लेकर नए शोध सामने आ रहे हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि लोगों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता) की संभावना सहित वायरस से संबंधित जटिलताओं के बारे में लोगों को पता होना चाहिए। संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ डेना ग्रेसन ने हाल ही में सभी को चेतावनी दी है कि जब तक दुनिया में कोरोना वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक लापरवाही ना बरतें।
महामारी से हो सकती है नपुंसकता
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में डॉ डेना ग्रेसन ने कहा कि मर्दों में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लंबे समय तक इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता) की समस्या देखी जा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोविड-19 महामारी नसों पर असर करती है। यह एक ऐसी चीज है जो वास्तविक चिंता का विषय है। ऐसा नहीं है कि कोरोना वायरस सिर्फ आपकी जान ले सकता है, बल्कि वास्तव में यह दीर्घकालिक, आजीवन, संभावित रूप से, जटिलताओं का कारण बन सकता है।
बेडरूम लाइफ पर पड़ सकता है प्रभाव
खबरों के मुताबिक शोधकर्ताओं को डर है कि कोरोना वायरस महामारी किसी व्यक्ति के बेडरूम में प्रदर्शन करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। हालांकि आंकड़ो के मुताबिक अधिकांश लोग कोविड-19 से ठीक हो जाते हैं। ग्रेसन ने चेतावनी दी कि ऐसे लोग 'संक्रमण के दीर्घकालिक नकारात्मक परिणामों' का सामना कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लोगों में समय-समय पर न्यूरोलॉजिकल जटिलताएं होती हैं।
चीन के वैज्ञानिकों ने भी किया था ऐसा ही दावा
इससे पहले, जून में चीन के विशेषज्ञों ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया था। चीन के टफ्ट्स यूनिवर्सिटी और गांगी मेडिकल कॉलेज ने अपनी रिसर्च में खुलासा किया कि कोरोना वायरस के चलते मर्दों में नपुंसकता बढ़ सकती है। कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि वायरस मर्दों के टेस्टिकल्स पर अटैक करता है। इसके अलावा कोविड-19 वायरस मर्दों के शरीर में बनने वाले स्पर्म को भी प्रभावित करता है। साथ ही उनके बच्चे पैदा करने की क्षमता पर भी प्रभाव डालता है।
यह भी पढ़ें: देहरादून: शादी में शामिल होने के 10 दिन के अंदर दूल्हे के मामा और मौसा की कोरोना से मौत, दूल्हा-दुल्हन पॉजिटिव