कोरोना पॉजिटिव हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तो चीनी मीडिया ने कसा तंज, जिनपिंग को शर्म भी नहीं आती?
चीनी मीडिया मे भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कोविड-198 पॉजिटिव होने को लेकर तंज कसा है कहा है कि, इससे भारतीय सैनिकों के मनोबल पर असर पड़ेगा।
बीजिंग/नई दिल्ली, जनवरी 11: कोरोना को जन्म देने वाला और पूरी दुनिया में साजिश के तहत उसे फैलाने वाला चीन भले ही इस वक्त खुद भी कोरोना वायरस संक्रमण से दो-चार क्यों ना कर रहा हो, वो किसी की बीमारी का मजाक उड़ाने से भी नहीं चूक रहा है और चीनी मीडिया ने जिस रह से भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का मजाक उड़ाया है, उससे बाद यही कहा जा सकता है, कि क्या शी जिनपिंग को शर्म नहीं आती है और क्या चीन के पास बेहद सामान्य मानवता भी नहीं बची है?
राजनाथ सिंह हुए हैं कोविड संक्रमित
कोरोना वायरस इस वक्त भारत में एक बार फिर से तेजी से फैल रहा है और इस बार भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कोरोना संक्रमित हुए हैं। भारतीय रक्षा मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ''मैं आज हल्के लक्षणों के साथ कोरोना पॉजिटिव पाया गया हूं और मैं होम क्वारंटाइन में हूं। मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करता हूं, जो हाल ही में मेरे संपर्क में आए हैं, कि वो खुद को आइसोलेट कर लें और कोविड टेस्ट करा लें''। भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के इस ट्वीट को चीन की सरकारी मीडिया और कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय सैनिकों के मनोबल और मनोविज्ञान के साथ जोड़कर एक तरह से भारत के साथ 'गेम' खेलने की कोशिश की है।
चीनी मीडिया का राजनाथ सिंह पर तंज
ग्लोबल टाइम्स ने एक चीनी एक्सपर्ट के हवाले से लिखा है कि, भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कोविड संक्रमित होना भारतीय सैनिकों के मनोबल पर बुरा असर डालता है''। कम्युनिस्ट पार्टी को भोंपू ग्लोबल टाइम्स ने सिंघुआ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय रणनीति संस्थान में अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग के हवाले से लिखा है कि, ''भारत के ऐसे उच्च-अधिकारी का कोविड संक्रमित हो जाना भारत के लोगों के साथ साथ भारत की सैनिकों पर भी बुरा असर डालता है और इसका असर सैनिकों पर मनोवैज्ञानिक दबाव के तौर पर पड़ेगा।'' चीनी भोंपू ने लिखा है कि, ''भारतीय मीडिया के अनुसार चीन और भारत के बीच 14वें दौर की सैन्य वार्ता होने से पहले राजनाथ सिंह कोरोना पॉजिटिव हुए हैं''।
ग्लोबल टाइम्स ने क्या लिखा है?
चीनी भोंपू ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, 'राजनाथ सिंह के कोविड पॉजिटिव होने से अब कम सैनिकों की तैनाती होगी, जिससे सरहद पर जो सैनिक तैनात हैं, उनके मनोविज्ञान पर इसका असर पड़ेगा'। आपको बता दें कि, भारत और चीन की सैनिकों के कमांडर लेवल की पिछली बैठकें नाकामयाब रही हैं और विवाद को सुलझाने के लिए एक बार फिर से दोनों देशों के सैन्य अधिकारी मोल्दो-चुशुल सीमा रेखा पर एक बार फिर से वार्ता करने वाला हैं''।
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चीनी मीडिया की चाल देखिए
ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय रक्षा मंत्री के मामूली कोरोना संक्रमित होने पर भी लंबी चौड़ी अपनी चाल चल दी है और भारतीय नेता के कोरोना पॉजिटिव होने को लेकर विस्तार से बढ़ा-चढ़ाकर इसका वर्णन किया है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, '' CNN-News18 के अनुसार, भारत के शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा कि 60, 000 पूरी तरह से सशस्त्र भारतीय सैनिक पूर्वी लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों में दूसरी सर्दी बिता रहे थे।" सूत्र ने कहा कि जमीन पर स्थिति अनिश्चित है और "कुछ भी हो सकता है।"
ग्लोबल टाइम्स ने एक तरह से भारतीय सैनिकों में भी कोरोना फैलने की कामना की है और लिखा है कि, "भारतीय सेना में कोरोना संक्रमण की दर उनके निवारक उपायों के बावजूद महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि सभी स्तर के सैन्य अधिकारी अलग-थलग नहीं हैं"। ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है कि,
हालांकि, राजनाथ सिंह के संक्रमण से दोनों पक्षों के बीच आगामी कोर कमांडर वार्ता पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि कियान के अनुसार, चीन पूरे जोरों पर कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतेगा।
भारत को लेकर अनर्लग बातें
भारतीय सैनिकों और सैन्य मामलों से जुड़े नेताओं और अधिकारियों को लेकर चीन ने कोई पहली बार अनर्गल बातें नहीं की हैं, बल्कि इससे पहले भी कई बार चीन बे-सिरपैर की बातें कर चुका है। जब भारत के चीफ ऑफ डिफेंस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर हादसे में दुखद निधन हो गया था, उस वक्त भी चीन की तरफ से बेकार की बातें की गईं थीं और इशारों में चीन ने भारतीय सेना को 'कमजोर' दिखाने की कोशिश की थी।
भारत में कोरोना का जिक्र
इसके साथ ही ग्लोबल टाअम्स ने लिखा है कि, ''रविवार को, भारतीय समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि संसद के 1,409 कर्मचारियों में से 402 स्टाफ सदस्यों ने मंगलवार से शनिवार तक होने वाले संसद के बजट सत्र से ठीक पहले COVID-19 पॉजिटिव हुए है और दोनों सदनों के कई कर्मचारी काम के दौरान अपने संक्रमित सहयोगियों के संपर्क में आने के बाद संसद को अलग-थलग कर दिया गया है''।
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