चीन में कोरोना वायरस से एक अरब लोग संक्रमित, सरकार बोली, हर दिन हो रही हजारों मौतें, हालात बेकाबू
पिछले 3 सालों से कोविड से बचने के लिए चीन सख्त ज़ीरो कोविड पॉलिसी को अपनाए हुआ था, लेकिन पिछले साल नवंबर-दिसंबर में हुए भारी विरोध प्रदर्शन के बाद चीन ने सख्ती को अचानक पूरी तरह से खत्म कर दिया।
China Coronavirus: चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने एक बयान में कहा है, कि अभी तक देश में कोरोना वायरस से एक अरब से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और चीनी नव वर्ष लुनार के मौके पर भारी संख्या में लोगों की जान कोविड की वजह से जा रही है। चीन ने कहा है, कि लुनार न्यू ईयर की छुट्टी वाले हफ्ते में उसकी कोविड की वजह से साढ़े 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, वहीं चीन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है, कि देश में अभी तक एक अरब एक करोड़ से ज्यादा लोग कोविड से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि कोरोना वायरस अभी भी ऑउट ऑफ कंट्रोल है।
चीन में कोविड से भारी संख्या में मौतें
चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने शनिवार को एक बयान में कहा है, कि 13 से 19 जनवरी के बीच अस्पतालों में 12,658 कोविड से जुड़ी मौतें हुईं हैं। वहीं, चीन ने एक हफ्ते पहले देश ने 8 दिसंबर से 12 जनवरी की अवधि के बीच 59,938 लोगों की मौत की सूचना दी थी। चीन सरकार का ये आंकड़ा चौंकाने वाला है और ऐसा इसलिए, क्योंकि चीन ने पहले डेटा जारी करना बंद कर दिया था और अब चीन ने नाटकीय अंदाज में आंकड़े जारी करने शुरू कर दिए हैं। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहले बीजिंग से आग्रह किया था, कि वह देश की कोविड स्थिति के बारे में अधिक विस्तृत जानकारी जारी करे, क्योंकि व्यापक कोविड शून्य प्रतिबंधों को अचानक हटाने के बाद वायरस पूरे चीन में तेजी से फैल चुका है।
चीन अब आंकड़े क्यों जारी कर रहा है?
चीन अचानक कोविड संबंधित आंकड़ों को जारी कर रहा है और चीन के आंकड़े परेशान करने वाले हैं। वहीं, एक्सपर्ट्स का कहना है, कि अब चीन अब उन चिंताओं को शांत करने की कोशिश कर रहा है, जो पूरी दुनिया से उठे थे। चीन ने कोविड से होने वाली मौतों को लेकर जो गाइडलाइन जारी की थी, उसमें सिर्फ सांस संबंधी बीमारी की वजह से ही होने वाली मौतों को कोविड से होने वाली मौतों में शामिल करना था, लिहाजा चीन की आलोचना की गई, क्योंकि डॉक्टरों का कहना है, कि कोरोना वायरस सिर्फ सांस संबंधी बीमारी से नहीं, बल्कि कई दूसरे तरहों से भी लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। फिर भी, चीन अब जिन आंकड़ों का खुलासा कर रहा है, वे अभी भी केवल एक आंशिक तस्वीर पेश करती हैं, क्योंकि वे केवल अस्पतालों में होने वाली मौतों की गिनती कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है, कि असलियत में चीन में कोविड से मरने वालों की संख्या लाखों में हो सकती है।
चीन की 80 प्रतिशत आबादी संक्रमित
वहीं, चीन सीडीसी के मुख्य महामारी विज्ञानी, वू ज़ुन्यो ने पिछले हफ्ते के अंत में एक वीबो पोस्ट में कहा था, कि वर्तमान प्रकोप में 80% आबादी संक्रमित हो गई है। 2022 के अंत में चीन की आबादी 1.41 बिलियन थी, लिहाजा माना जा रहा है, कि चीन में एक अरब से ज्यादा लोग अभी तक कोविड संक्रमित हो चुके हैं, लिहाजा एक्सपर्ट्स का मानना है, कि कोविड से होने वाली मौतों की संख्या लाखों में हो सकती है। हालांकि, वू ज़ुन्यो ने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया, कि इस आंकड़े की गणना कैसे की गई है। वहीं, चीन में अभी लुनार न्यू ईयर फेस्टिवल चल रहा है, जिसमें करोड़ों लोग देश के अंदर यात्रा कर रहे हैं, जिससे कोविड को फैलने में और ज्यादा मदद मिली है। चीन की सरकार ने भी कहा है, कि लुनार फेस्टिवल के दौरान कोविड के आंकड़ों में भारी उछाल आ सकता है।
क्या चीन में चरम पर पहुंचा कोरोना?
चीन के अधिकारी बार-बार इस बात को बढ़ावा दे रहे हैं, कि वर्तमान में कोरोना वायरस चीन के अंदर अपने चरम पर है और चंद दिनों में कोविड के मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी। चीन ने पिछले 3 सालों से कड़े प्रतिबंध लगा रखे थे और अलग अलग क्षेत्रों में लॉकडाउन लग रहा था, वहीं, चीन की अर्थव्यवस्था पिछले साल सिर्फ 3% बढ़ी थी, जो 1970 के दशक के बाद दूसरी सबसे धीमी गति है। वहीं, चीन के उप-प्रधानमंत्री लियू हे ने पिछले हफ्ते दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की वार्षिक बैठक में कहा था, कि कोविड संक्रमण के अपने चरम पर पहुंचने के बाद देश, महामारी से पहले वाली स्थिति में आ जाएगा।
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ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बिगड़ने की आशंका
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड फैलने की आशंका से काफी चिंतित हैं, क्योंकि ग्रामीण चीन में अस्पतालों की स्थिति काफी खराब है और डर इस बात को लेकर है, कि अगर ग्रामीण इलाकों में संक्रमण तेजी से फैलता है, तो मौत के आंकड़े में रिकॉर्ड इजाफा आ जाएगा। वहीं, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नए साल की छुट्टी से पहले एक राष्ट्रव्यापी वीडियो संबोधन में ग्रामीण इलाकों में कोविड के प्रसार का जिक्र करते हुए कहा है, कि वह विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में वायरस के फैलने और उसके खिलाफ लड़ने के प्रयासों के बारे में चिंतित हैं। विशेषज्ञ चिंतित हैं, कि कोविड उन गांवों में कमजोर लोगों को तबाह कर सकता है, जिनके पास स्वास्थ्य देखभाल का बुनियादी ढांचा नहीं है। आपको बता दें, कि चीन के खुलने के बाद अस्पताल और श्मशान घाटों में भारी भीड़ है, जिससे पूरी दुनिया डरी हुई है।
चीन में अस्पतालों का विकराल हाल
चीन में अगर मेडिकल फैसिलिटीज की बात की जाए, तो चीन में नेशनल स्तर पर हर एक हजार लोगों पर 2.9 डॉक्टर हैं, जबकि 3.3 नर्स हैं। वहीं, ग्रामीण चीन में प्रति एक हजार की आबादी पर सिर्फ 1.62 डॉक्टर और नर्स ही हैं। गंभीर रूप से बीमार रोगियों को जिंदा रखने के लिए वेंटिलेटर और अनुभवी डॉक्टरों और उपकरणों के साथ गहन देखभाल तक पहुंच लोगों की नहीं हो पाती है। वहीं, लुनार फेस्टिवल के दौरान लाखों लोगों के अपने अपने गावों में जाने की संभावना है और अगर ऐसे में कोविड ग्रामीण क्षेत्रों में फैला, तो स्थिति काफी खराब हो सकती है। स्वास्थ्य विश्लेषण फर्म एयरफिनिटी लिमिटेड ने चीनी कोविड की मौत का अनुमान बढ़ाकर प्रति दिन 36,000 कर दिया है, जो एक खतरनाक आंकड़ा है।
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