लगातार कमजोर हो रही है चीनी सेना, मिलिट्री एक्सपर्ट के खुलासे से मचा हड़कंप
बीजिंग। चीन रोजाना नए हथियार डेवलप कर रहा है। चीन की आर्मी, एयरफोर्स और नेवी को और ताकतवर बनाने के लिए लगातार नए और एडवांस्ड हथियार तैयार हो रहे हैं। लेकिन अब चीन के एक वरिष्ठ मिलिट्री ऑफिसर ने इस बात को माना है कि ट्रूप्स को समझ ही नहीं आ रहा है कि आखिर वे इन हथियारों का क्या करें और इन्हें कैसे प्रयोग करें। इस मिलिट्री ऑफिसर का इशारा हाल ही में डेवलप नए टाइप 099ए बैटल टैंक्स की तरफ था। मिलिट्री ऑफिसर ने यह बात चीन की सरकारी मीडिया को दिए इंटरव्यू में कही है। चीन इन दिनों अपने दूसरे एयरक्राफ्ट कैरियर पर काम कर रहा है और माना जा रहा है कि इसे इस वर्ष समंदर में उतार दिया जाएगा।
अभी तक समझ नहीं आई नई टेक्नोलॉजी
चीन के सरकारी ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी की ओर से हाल ही में एक रिपोर्ट में चीनी मिलिट्री ऑफिसर्स से बात की गई थी। इस इंटरव्यू में दो मिलिट्री ऑफिसर्स से बात की गई थी। इन दोनों ऑफिसर्स ने पिछले वर्ष चीन की सेना में शामिल किए गए नए बैटल टैंक्स के बारे में बात की। चीन के बटालियन कमांडर जू छेंगबियाओ ने बताया पिछले वर्ष जल्दबाजी में हमनें नए बैटल टैंक्स को बॉर्डर पर तैनात कर दिया गया है लेकिन इनका सही प्रयोग नहीं हो पा रहा है। टैंक्स की क्षमता के मुताबिक इनका जो उपयोग करना चाहिए था, वह नहीं हो पा रहा है। दूसरे कमांडर झाओ जियानशिन ने बताया कि उन्होंने सिर्फ पुराने टैंक्स की क्षमताओं के बारे में पढ़ा है लेकिन नए टैंक्स को अभी तक समझ नहीं सके हैं।
सेना को लड़ाई का अनुभव नहीं
वहीं बीजिंग में एक मिलिट्री एक्सपर्ट ने ग्लोबल टाइम्स को बताया था कि सिर्फ हथियारों से ही जंग नहीं जीती जा सकती है। नेशनल इंट्रेस्ट के साथ बतौर डिफेंस एडीटर जुड़े डेविड एक्स के मुताबिक चीनी मीडिया की ओर से आई रिपोर्ट में इस बात की तरफ इशारा मिलता है कि चीन इस समय कम अपर्याप्त ताकत से जूझ रहा है क्योंकि देश की सेना के पास लड़ाई का अनुभव बहुत कम है। चीन की सेना ने सन् 1970 से कोई भी जंग नहीं लड़ी है। चीन इस समय सिर्फ नेवी, एयरफोर्स, रॉकेट फोर्स और स्ट्रैटेजिक सपोर्ट फोर्स पर ही ध्यान लगा रहा है। जबकि उसकी आर्मी ,जिसमें जवानों की संख्या कम कर दी गई है, को सबसे ज्यादा बदलाव की जरूरत है।
सबसे एडवांस टैंक को मिली मात
ग्लोबल टाइम्स की ओर से आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन ने पिछले वर्ष एक मॉक ड्रिल के दौरान पीएलए के तहत आने वाली 81वें ग्रुप आर्मी की एलीट कमबाइंड आर्म्स ब्रिगेड को मात मिली थी। इस ब्रिगेड में सबसे ज्यादा एडवांस हथियार हैं जिसमें चीन का सबसे अहम बैटल टैंक टाइप 099ए भी शामिल है। वहीं अमेरिकी डिफेंस इंटेलीजेंस एजेंसी (डीआईए) के डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल रॉबर्ट एश्ले कहते हैं कि चीन इस समय दुनिया के सबसे हथियारों को डेप्लॉय करने को तैयार है।
अल्ट्रा मॉर्डन हथियार लेकिन क्या करें
कुछ चीनी हथियार जिसमें टाइप 099ए बैटल टैंक, जे-20 स्टील्थ फाइटर जेट और टाइप 055 गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर भी शामिल हैं, उन्होंने दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। लेकिन चीनी मिलिट्री अभी तक नहीं समझ पा रही है कि इन हथियारों का आखिर क्या करना है।