तिरंगे के रंग में रंगा बुर्ज खलीफा, कोरोना संकट पर UAE ने भारत को दिया एकता का पैगाम
कोरोना वायरस संकट के दौरान भारत का साथ देने के लिए यूएई ने बुर्ज खलीफा को तिरंगे के रंग में प्रकाशित कर भारत को दोस्ती और एकजुटता का संदेश दिया है।
आबूधाबी, अप्रैल 26: कोरोना वायरस ने भारत में कोहराम मचा रखा है और इस विकट परिस्थिति में भारत को अलग अलग देशों से मदद मिलनी शुरू हो गई है। भारत के बेहद करीबी दोस्त यूएई ने इस मुश्किल वक्त में भारत को ढाढ़स बंधाया है और एक दोस्त होने के नाते भारत भारत को पूरी तरह से सहयोग करने की बात कही है। कोरोना से जूझते भारत को समर्थन करने के लिए यूएई ने दुनिया के सबसे ऊंचे बुर्ज खलीफा को तिरंगे के रंग में प्रज्जलित कर भारत के साथ अपनी सहानुभूति प्रकट की है। संयुक्त अरब अमीरात भारत का बेहद अहम सहयोगी और दोस्त माना जाता है और दोनों देश बेहद अहम रणनीतिक साझेदार भी हैं।
|
तिरंगे के रंग में रंगा बुर्ज खलीफा
कोरोना वायरस जूझते भारत की मदद करने के लिए विश्व के कई देश सामने आ चुके हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और यूरोपीयन यूनियन के अलावा रूस भी लगातार भारत की मदद कर रहा है। ऐसे वक्त में यूएई ने भी भारत के साथ अपनी एकजुटता दिखाने की कोशिश की है। यूएई ने भारत के प्रति अपना प्यार और समर्थन दिखाने के लिए बुर्ज खलीफा को तिरेंग के रंग में रग दिया। दुनिया के सबसे ऊंचे इमारत से भारत के लिए संदेश लिखा था #StayStrongIndia। रविवार देर रात यूएई स्थिति भारतीय दूतावास ने बुर्ज खलीफा के तिरंगे के रंग में रंगने वाला वीडियो जारी किया है, वीडियो के कैप्शन में यूएई ने लिखा था कि भारत कोरोना के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है ऐसे में भारत का दोस्त यूएई भारत को संदेश भेजता है कि यूएई भारत के साथ है और जल्द ही भारत में जल्द ही सबकुछ ठीक हो। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से बुर्ज खलीफा तिरंगे के रंग में रंगा हुआ है।
|
भारत को मिला दुनिया का साथ
कोरोना वायरस ने भारत की स्थिति बिगाड़ कर रख दी है। खासकर कोरोना वायरस संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए जिन मेडिकल सामनों की जरूरत होती है, उसकी किल्लत ने देश की हालत को और खराब कर रखा है। ऑक्सीजन की कमी से हजारों लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है वहीं अस्पतालों में बेड्स और वेंटिलेटर्स की भी कमी है। भारत की विकराल स्थिति को देखते हुए अब अंतर्राष्ट्रीय जगत से भारत को मदद मिलना शुरू हो गया है। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, यूरोपीयन यूनियन, फ्रांस और जर्मनी ने भारत की मदद करनी शुरू कर दी है। इन देशों ने भारत को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, पीपीई किट, वैक्सीन, वैक्सीन बनाने का रॉ मैटेरियल्स, वेंटिलेटर्स की सप्लाई करनी शुरू कर दी है। अमेरिका भारत को वैक्सीन बनाने का कच्चा माल देने के लिए तैयार हो गया है। अंतर्राष्ट्रीय प्रेशर के बाद अमेरिका के एनएसए जैक सुलीवन ने भारतीय एनएसए अजित डोवल से बात की, जिसके बाद अमेरिका ने भारत को वैक्सीन बनाने का कच्चा माल देने की इजाजत दे दी है।
कोरोना के रिकॉर्ड मरीज मिले
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक सोमवार (26 अप्रैल) को बीते 24 घंटे में कोरोना के 3,52,991 नए मामले सामने आए हैं और 2812 लोगों की मौत हुई है। वहीं 24 घंटे में 2,19,272 लोग कोविड-19 से रिकवर हुए हैं। कुल पॉजिटिव केसों की संख्या 1,73,13,163 हो गई है। एक्टिव केसों की संख्या 28,13,658 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की संख्या 1,43,04,382 है। देश में कोरोना से अब-तक 1,95,123 लोगों की मौत हुई है। भारत में 14,19,11,223 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक, भारत में कल (25 अप्रैल) तक कोरोना वायरस के 27,93,21,177 सैंपल टेस्ट किए गए हैं। जिसमें से एक दिन यानी 25 अप्रैल को 14,02,367 सैंपल टेस्ट किए गए।
अजीत डोवाल ने क्या कहा कि फौरन वैक्सीन बनाने का कच्चा माल देने को तैयार हो गया अमेरिका?