
चीन के संबंधों का स्वर्ण काल खत्म, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक का बड़ा ऐलान, भारत के साथ नया FTA
Britain China India FTA: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने चीन के साथ ब्रिटेन के रिश्तों का स्वर्णकाल खत्म होने की घोषणा कर दी है। सोमवार को घोषणा करते हुए ऋषि सुनक ने अपनी विदेश नीति को लेकर दिए गये एक बेहद महत्वपूर्ण भाषण में कहा कि, चीन के साथ ब्रिटेन के संबंधों का "स्वर्ण युग" अब खत्म हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने चीन की बढ़ती सत्तावाद को "हमारे मूल्यों और हितों के लिए प्रणालीगत चुनौती" के रूप में वर्णित किया है।

'चीन-ब्रिटेन संबंधों का स्वर्ण युग खत्म'
हालांकि, अपने भाषण के दौरान चीन को एक बड़ा खतरा बताने से ऋषि सुनक परहेज कर गये, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने हिंद प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ रिश्तों में मजबूती लाने की भी घोषणा की है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी, कि ऋषि सुनक जब अपनी सरकार की विदेश नीति को लेकर घोषणा करेंगे, तो उसमें वो चीन को 'बड़ा खतरा' बताएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा करने के बजाए इस बात पर जोर दिया, कि चीन जैसे वैश्विक प्रतिस्पर्धी से मुकाबला करने के लिए ब्रिटेन को खड़ा होना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'हमें सिर्फ बयानबाजी से नहीं, बल्कि समान विचारधारा वाले सहयोगी देशों, जैसे ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ, चीन को चुनौती देने के लिए मजबूत व्यावहारिकता के साथ खड़ा होना होगा।' उन्होंने कहा कि, "हम मानते हैं कि, चीन हमारे मूल्यों और हितों के लिए एक सिस्टमेटिक चुनौती पेश करता है, एक चुनौती, जो ज्यादा तेज होती जाएगी और जो सत्तावाद की तरफ बढ़ती जाएगी।"

'कन्फ्यूशियस संस्थानों को किया जाएगा बंद'
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने की होड़ में चुनावी कैम्पेन के दौरान भी ऋषि सुनक ने चीन के खिलाफ सख्ती से पेश आने की बात कही थी और उस वक्त उन्होंने चीन को ब्रिटेन और दुनिया की सुरक्षा और समृद्धि के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया। उस समय उन्होंने सभी कन्फ्यूशियस संस्थानों को बंद करने का संकल्प भी लिया था। आपको बता दें कि, चीन के कन्फ्यूशियस संस्थान कई देशों में चलते हैं, जहां से चीन अपने प्रोपेगेंडा का फैलाव छात्रों के बीच करता है, जिससे चीनी संस्कृति और भाषा का प्रचार किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि, वह चीनी साइबर खतरों के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन का नेतृत्व करेंगे और ब्रिटिश कंपनियों और विश्वविद्यालयों को चीनी जासूसी का मुकाबला करने में मदद करेंगे।

'भारत के साथ करेंगे फ्री ट्रेड डील'
वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के साथ संबंधों को बढ़ाने पर और भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) के लिए ब्रिटेन की प्रतिबद्धता को दोहराया है। लंदन में सोमवार रात एक भाषण देते हुए ऋषि सुनक ने कहा कि, "राजनीति में आने से पहले मैंने दुनिया भर के व्यवसायों में निवेश किया। और इंडो-पैसिफिक में अवसर सम्मोहक हैं।" आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री बनने के बाद से अभी तक ऋषि सुनक सरकार के लिए राहें कुछ आसान नहीं रही हैं और इसी महीने जारी लेटेस्ट ऑफिसियल आंकड़ों में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के सिकुड़ने और कम से कम दो साल लंबी आर्थिक मंदी रहने का अनुमान लगाया गया है, लिहाजा ऋषि सुनक सरकार भारत के साथ जल्द से जल्द ट्रेड डील फाइनल करना चाह रही है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत के साथ एफटीए से ब्रिटेन के निर्यात में तेजी से इजाफा होगा, जिससे यूके व्यापार की स्थिति मजबूत कर पाएगा। इसके साथ ही व्यापार मार्गों में विविधता आएगी, जिससे सप्लाई चेन और ज्यादा लचीला बनेगा, लिहाजा देश के पॉलिटिकल सिस्टम के लिए चीजें कम असुरक्षित होंगी।
Apple Vs Twitter: मुसीबत में फंसने वाला है ट्वीटर? एपल के साथ शुरू हुआ Elon Musk का झगड़ा