ब्रेक्सिट बिल बना कानून, ब्रिटेन का ईयू से अलग होने का रास्ता हुआ साफ
लंदन। ब्रेक्सिट पर चले एक महिने तक लंबी बहस के बाद मंगलवार को यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए ब्रिटेन के फैसले को लागू करने वाला एक बिल आखिरकार कानून बन गया। कंजरवेटिव पार्टी के समर्थन के बाद स्पीकर ने इसकी घोषणा की। स्पीकर जॉन बेर्काउ ने कहा कि एलिजाबेथ की अनुमति के बाद ईयू (ईयू को छोड़ना) बिल में संशोधन किया गया, जिसमें 1972 यूरोपीयन कम्युनिटी एक्ट के तहत यूके ईयू की हिस्सा बना था।
इस बिल को जुलाई 2017 में पेश किए जाने के बाद से संसद के दोनों सदनों में इस पर पिछले 250 घंटों से ज्यादा वक्त तक बहस हुई है। यूरोस्सेप्टिक्स ने पिछले हफ्ते संसद के माध्यम से बिल के पारित होने का मजबूत सबूत साबित करते हुए कहा था कि ब्रसेल्स के साथ वार्ता के दौरान सभी निरंतर अनिश्चितता के बावजूद ब्रिटेन यूरोपीय संघ को छोड़ रहा है।
इस बिल के कानून बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री लिआम फॉक्स ने कहा कि यह ब्रेक्सिट के लिए अपरिवर्तनीय मार्ग प्रशस्त के रूप में काम करेगा। उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन की संभावनाएं अभी भी शून्य नहीं है।
कंजरवेटिव पार्टी के सांसद जैकब रीस-मोग ने कहा कि ब्रेक्सिट के लिए अब स्थितियां बहुत मजबूत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे प्रधानमंत्री के हाथ में समझौता और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगा।