जिसका डर था वहीं हुआ: इजरायल में फिलिस्तीन का झंडा फहराने पर लगी रोक, इस कट्टर नेता ने किया ऐलान
इतमार बेन-ग्विर ने कहा कि ऐसे झंडे आतंकवाद को उकसाते और प्रोत्साहित करते हैं। इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर से आतंकवाद का समर्थन करने वाले झंडे हटाने और इजरायल के खिलाफ उकसावे को रोकने का आदेश दिया गया है।
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जैसी आशंका थी, बेंजामिन नेतन्याहू के प्रधानमंत्री बनते ही एक बार फिर से इजरायल और फिलीस्तीन के बीच का तनाव काफी बढ़ गया है। इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्विर ने पुलिस को सार्वजनिक स्थानों से फिलिस्तीनी झंडों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। इतमार बेन ग्विर ने पिछले महीने के आखिर में पदभार संभाला है। बतादें कि इजरायल में फिलिस्तीनी झंडा फहराना अब तक अवैध नहीं था।
मुसलमानों की मस्जिद में घुस गए थे ग्विर
इजराइल के धुर दक्षिणपंथी नेता और देश के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गवीर पिछले हफ्ते भी उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब वह मुसलमानों के तीसरे सबसे पवित्र पूजा स्थल अल अक्सा में घुस गए थे। बेन-ग्विर ने ट्विटर पर घोषणा की, "आज मैंने इजरायल पुलिस को पूरे देश में किसी भी जगह फिलिस्तीन झंडे को फहराने पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। यह झंडा फहराना आतंकवादी संगठन के साथ पहचान को दिखाता है। इस आदेश से इजरायल के खिलाफ किसी भी तरह की उत्तेजना को फैलने से रोका जा सकेगा।"
पूरा मामला क्या है?
बेन-ग्विर का नवीनतम आदेश के बाद इजरायल में मौजूद 20 फीसदी फ़िलिस्तीनियों को उनके ध्वज को फहराने से रोक दिया गया है। दरअसल पिछले हफ्ते एक फिलिस्तीनी कैदी की रिहाई के बाद उसके गांव में उसके स्वागत में जगह-जगह फिलिस्तीनी झंडा लगाया गया था। उस कैदी पर 40 साल पहले एक इजरायली सैनिक की हत्या करने का दोष था। उसके स्वागत को देख बेन-ग्विर ने ये फैसला लिया। उन्होंने कहा कि कानून तोड़ने वाले आतंकवादियों को झंडे फहराने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
इतमार बेन-ग्विर कौन हैं, जिनकी चर्चा इजरायल में बेंजामिन नेतन्याहू से भी अधिक हो रही है?
कौन हैं बेन-ग्विर?
बेन-ग्विर दिवंगत अति-राष्ट्रवादी मीर कुहान के कुहानिस्ट विचारधारा के अनुयायी हैं। कुहानिस्ट विचारधारा का मानना है कि कि इजरायल में गैर यहूदियों को मतदान का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। कुहाने संगठन अरबी तथा मुसलमानों को यहूदी समुदाय तथा इजरायल के दुश्मन के रूप में देखती है। हालांकि कहाने संगठन को 1994 में इजरायल में प्रतिबंधित कर दिया गया था जब इसके एक समर्थक बारूक गोल्डस्टीन ने 29 मुस्लिमों की हत्या कर दी थी। बेन-ग्विर, बारूक के बड़े फैन हैं और इसकी तस्वीर घर में टांग कर रखते हैं।
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