भारत का करीबी पड़ोसी बांग्लादेश भी दिवालिया होने के कगार पर, IMF से मांगा आपात लोन
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में आर्थिक हालात बदतर होते जा रहे हैं। ऐसे में बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 4.5 अरब डॉलर का कर्ज मांगा है।
ढाका, 27 जुलाई : बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 4.5 अरब डॉलर का कर्ज मांगा है। खबर है कि देश के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते ही जा रहे हैं। इस विषय पर बांग्लादेश के वित्त मंत्री एएचएम मुस्तफा कमाल ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को आधिकारिक तौर पर पत्र लिखा है (Bangladesh seeks dollar more then 4 billion IMF loan)।
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बांग्लादेश ने कर्ज मांगा
बता दें कि, बांग्लादेश परिधान-निर्यात उद्योग के लिए जाना जाता है। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश ने अपने भुगतान संतुलन और बजटीय जरूरतों के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों के लिए धन की मांग की है। वित्त मंत्री ए एच एम मुस्तफा कमाल ( Finance Minister A H M Mustafa Kamal) ने रविवार को आईएमएफ के प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (IMF Managing Director Kristalina Georgieva) को इस संबंध में पत्र लिखा है।
आर्थिक हालात खराब हो रहे हैं बाग्लादेश के!
बांग्लादेश में वित्त मंत्रालय और आईएमएफ के कार्यालय के अधिकारियों ने टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया। बांग्लादेश बैंक के डेटा के मुताबिक, पिछले साल जुलाई से इस साल मई के बीच बांग्लादेश का आयात 81.5 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले की तुलना में 39 फीसदी अधिक है।
बांग्लादेश की बचत नीति
बांग्लादेश
बैंक
ने
हाल
ही
में
लक्जरी
वस्तुओं,
फलों,
गैर-अनाज
खाद्य
पदार्थों
और
डिब्बाबंद
और
प्रसंस्कृत
खाद्य
पदार्थों
के
आयात
को
दरकिनार
करके
डॉलर
को
संरक्षित
करने
की
नीति
की
घोषणा
की।
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट
बांग्लादेश का चालू खाता घाटा वित्त वर्ष 2021-2022 के शुरुआती 11 महीनों में छह गुना से अधिक बढ़कर 17.2 अरब डॉलर हो गया। ढाका के विदेशी मुद्रा भंडार में भी तेज गिरावट देखने को मिली है। 20 जुलाई तक बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 39.67 बिलियन डॉलर हो गया। जून महीने की अगर बात की जाए तो देश की मंहगाई दल नौ महीने के उच्च स्तर पर रही।
आईएमएफ से कर्ज पर दो फीसदी से कम व्याज लगेगा
वित्त मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि ऐसी पूरी संभावना है कि आईएमएफ से मिलने वाली 4.5 अरब डॉलर की धनराशि में से 1.5 अरब डॉलर पर कोई ब्याज नहीं लगेगा और बाकी धनराशि पर दो फीसदी से कम ब्याज लगेगा। आईएमएफ से मदद की गुहार लगाने का मतलब है कि बांग्लादेश उन देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जो देश की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए आईएमएफ से कर्ज की मांग कर रहा है।
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