बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में कट्टरपंथियों ने की तोड़-फोड़, तीन की मौत
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में कट्टरपंथियों ने की तोड़-फोड़, तीन की मौत
ढाका, 14 अक्टूबर: बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के अवसर पर कट्टरपंथियों ने कई पूजा पंडालों और मंडपों में तोड़फोड़ की है। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है और दो लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। बांग्लादेश के कोमिल्ला जिले में एक दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान के कथित अपमान की अफवाह के बाद ये हिंसा भड़की। इलाके में अब भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा है कि दुर्गा पूजा पंडालों के खिलाफ हिंसक हमलों के आयोजन में कट्टरपंथी संस्था जमात-ए-इस्लामी का हाथ हो सकता है। शेख हसीना सरकार को बदनाम करने के लिए जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) की ओर से इस हिंसा को बढ़ावा दिया गया है। जिसके बाद ही कुरान की कथित अपवित्रता पर सांप्रदायिक आग भड़की।
बांग्लादेश पुलिस ने कहा कि कई मंदिरों, घरों और दुकानों में तोड़फोड़ को लेकर शिकायत दर्ज की गई है, जिसमें अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय समुदाय के नेताओं ने कहा है कि दुर्गा पूजा के अवसर पर इस इलाके में पहली बार इस तरह की सांप्रदायिक हिंसा की घटना हुई है।
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ढाका और नई दिल्ली में राजनयिकों के मुताबिक, एक पंडाल में देवी दुर्गा की मूर्ति के चरणों के पास मुसलमानों के धार्मिक पाठ को कथित रूप से अपवित्र करने के बाद 13 अक्टूबर की दोपहर को कोमिल्ला में मंडपों, पंडालों और मंदिरों पर हमले हुए थे। फिलहाल बांग्लादेश में 3 हजार से अधिक पंडालों में दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही कुरान की अफवाह सोशल मीडिया पर फैली हिंसा और भड़क गई। नोआखली, चांदपुर, कॉक्स बाजार, चट्टोग्राम, चपैनवाबगंज, पबना, मौलवीबाजारा और कुरीग्राम के आसपास के इलाकों में दुर्गा पूजा पंडालों में स्थानीय लोगों द्वारा हिंसक हमले किए गए। हालांकि ढाका, ब्राह्मणबरिया, जशोर और अन्य प्रमुख शहरों में कोई हिंसा की घटना देखने को नहीं मिली।