जासूस को जहर देने का मामला: ब्रिटेन और अमेरिका के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने दो रूसी राजनयिकों को देश से निकाला
ब्रिटेन में रूसी जासूस को जहर देकर मारने का मामला अब रूस के लिए सिरदर्द बन गया है। ब्रिटेन और अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया ने भी रूस के दो राजनयिकों को निकालने का ऐलान कर दिया है। इस मामले में पिछले दिनों ब्रिटेन ने रूस को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
सिडनी। ब्रिटेन में रूसी जासूस को जहर देकर मारने का मामला अब रूस के लिए सिरदर्द बन गया है। ब्रिटेन और अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया ने भी रूस के दो राजनयिकों को निकालने का ऐलान कर दिया है। इस मामले में पिछले दिनों ब्रिटेन ने रूस को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने मंगलवार को घोषणा की है कि वह रूस के दो राजनयिकों को देश से निकलने का आदेश जारी करते हैं। आपको बता दें कि अमेरिका ने भी सोमवार को रूस के 60 राजनयिकों को देश से निकालने का आदेश दिया है।
अमेरिका और ब्रिटेन के साथ ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के पीएम टर्नबुल ने इस पर बयान दिया और कहा, 'यूनाइटेड किंगडम और अपने साथी देशों के साथ मिलकर यूके के सेल्सबरी में हुए नर्व एजेंट अटैक के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।' टर्नबुल ने आगे कहा कि दो रूसी राजनयिकों की पहचान अघोषित इंटेलीजेंस ऑफिसर्स के तौर पर की गई है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार इन्हें विएना संधि को तोड़ने का दोषी मानते हुए इन्हें निकलने का आदेश देती है। ब्रिटेन ने इस मामले में रूस के 23 राजनयिकों को पहले ही देश से निकाल दिया है। सेल्सबरी में सर्गेई और उनकी बेटी यूलिया को खतरनाक नर्व एजेंट देकर मारने की कोशिश की गई थी। ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने इस मामले में सीधे तौर पर रूस को सर्गेई और उनकी बेटी यूलिया के कत्ल करने की कोशिशों का दोषी करार दे दिया है।
क्या था पूरा मामला
यह पूरा मामला उस समय शुरू हुआ जब सर्गेई की बेटी यूलिया तीन मार्च को रूस से लंदन आईं। चार मार्च को सर्गेई और यूलिया दोनों साल्सिबरी सिटी सेंटर में स्थित कार पार्किंग में आए। पुलिस का कहना है कि यहां ये दोनों बिशप मिल पब गए और इससे पहले वह जिजि रेस्टोरेंट गए थे। इसके बाद शाम को करीब सवा चार बजे इमरजेंसी सर्विसेज को घटना की पहली रिपोर्ट मिली। जब पुलिस पहुंची तो उसने जिजि रेस्टोरेंट के बाहर एक बेंच पर दोनों को गंभीर हालत में पाया। इन दोनों को जो जहर दिया गया था वह इतना खतरनाक था कि पुलिस ऑफिसर भी घटना के बाद बीमार पड़ गया और उसे भी अस्पताल ले जाना पड़ा। इस पुलिस ऑफिसर की हालत गंभीर है। 66 वर्ष के सर्गेई रूस के मिलिट्री इंटेलीजेंस ऑफिसर थे।
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