पुरुषों की नसबंदी, महिलाओं से रेप... चीन में कुछ इस तरह उइगरों को मिटाया जा रहा है, UN ने जारी की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय द्वारा बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट ने चीन के शिनजियांग में मुस्लिम अल्पसंख्यक मुसलमानों की स्थिति जाहिर की है।
जेनेवा, 01 सितंबरः संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय द्वारा बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट ने चीन के शिनजियांग में मुस्लिम अल्पसंख्यक मुसलमानों की स्थिति जाहिर की है। OHCHR मिशेल बैचलेट की तरफ से जारी इस रिपोर्ट में उइगर समुदाय पर चीन सरकार के रवैये का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार चीन ने आतंकवाद विरोधी रणनीतियों के नाम पर अल्पसंख्यक मुसलमानों के मानवाधिकारों का 'गंभीर' रूप से उल्लंघन किया है। साथ ही रिपोर्ट में इसे 'मानवता के खिलाफ अपराध' बताया है। यह रिपोर्ट एक साल से तैयार किया जा रहा था और खास बात ये है कि यह रिपोर्ट बैचलेट की तरफ से उनके चार साल के कार्यकाल के समाप्त होने से ठीक 13 मिनट पहले जारी की गई है।
तस्वीर- एएनआई
48 पन्नों की है रिपोर्ट
फाइट अगेंस्ट टेररिज्म एंड एक्सट्रिमिज्म इन शिंजियांगः सत्य और तथ्य नाम की 48 पन्नों की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इन उल्लंघनों में बलात्कार, जबरन नसबंदी, दुर्व्यहार के आरोप, गायब हो जाने जैसी बातें शामिल हैं। रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि चीन ने सरकारी नीतियों के नाम पर इन्हें अंजाम दिया है। OHCHR की तरफ से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, कानून और नीतियों को लेकर उइगर और अन्य मुस्लिम समूहों के सदस्यों को हिरासत में लिए जाने की मनमानी और भेदभाव की सीमा अंतरराष्ट्रीय अपराध हो सकती है। रिपोर्ट में 'परिवार से अलगाव, बदले और गायब होने', 'रोजगार और श्रम के मुद्दों', 'बच्चों को जन्म देने के अधिकार', 'निजता का अधिकार और घूमने की आजादी', 'धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषाई पहचान और अभिव्यक्ति' और 'वोकेशनल एजुकेशनल ट्रेनिंग सेंटर्स यानी VETCs में हालात' जैसे वर्गों के जरिए मानवाधिकार के उल्लंघन को अंजाम दिया गया है।
पूछताछ के नाम पर होता है यौन अपराध
इस रिपोर्ट में खासतौर से तथाकथित VETCs के अंदर डिटेंशन रूम में महिलाओं के साथ होने वाले यौन अपराधों और बलात्कार का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि VETCs को यातना देने के तरीकों या सजाओं के हिसाब से चिह्नित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, 'कुछ लोगों ने बलात्कार की कुछ घटनाओं समेत कई तरह के यौन अपराधों के बारे में बात की। इनमें पूछताछ के नाम पर ओरल सेक्स और जबरन कपड़े उतरवाने समेत कई अन्य तरीके शामिल हैं।'
कैंप की बात से चीन करता रहा है इनकार
बीजिंग का शिनजियांग में इस तरह के कैंप की बात से इनकार करने का पुराना इतिहास रहा है। हालांकि, साल 2017 में चीन ने पहली बार इन तथाकथित ट्रैनिंग कैंप्स की बात को स्वीकार किया था। लेकिन अब तक न तो केंद्रीय और न ही प्रांतीय अधिकारियों ने इस बात का खुलासा किया है कि इन कैंप्स में कितने लोगों को रखा गया है। हालांकि बीजिंग पर करीब 10 लाख लोगों को डिटेंशन कैंप में रखने, शिनजियांग में जबरन मजदूरी कराने, जबरन गर्भपात जैसे आरोप भी लगे हैं।
चीन ने आरोप को झुठलाया
इस बीच चीनी सरकार ने इस लंबी और विस्तृत रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि यह रिपोर्ट 'चीन विरोधी ताकतों की तरफ से तैयार की गई गलत जानकारी और झूठ पर आधारित है।' चीन ने संयुक्त राष्ट्र अधिकार कार्यालय को अमेरिका का 'ठग और सहयोगी' बताते हुए कहा कि शिंजियांग क्षेत्र के अधिकारी इस सिद्धांत पर काम करते हैं कि कानून के सामने हर कोई समान है। और यह आरोप कि इसकी नीति भेदभाव आधारिक है, निराधार है। चीन ने कहा कि इस इलाके में उसके आतंकवाद विरोधी और कट्टरपंथी प्रयासों को कानून के शासन के मुताबिक संचालित किया गया था और किसी भी तरह से जातीय अल्पसंख्यकों का दमन नहीं किया गया है। इस रिपोर्ट के जरिए चीन को बदनाम किया जा रहा है और यह देश के आंतरिक मामलों में दखल है।
उइगर इलाके में नसबंदी में इजाफा
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2017 से 2019 के बीच जन्मदर में 48.7 फीसदी की गिरावट देखी गई। खासतौर से हालात काशगर और होतान जैसे उइगर बहुसंख्यक इलाकों में खराब ते। खास बात है कि इस दौरान नसबंदी में खास इजाफा दर्ज किया गया। खास बात है कि बैचलेट मई में शिनजियांग पहुंची थी और रिपोर्ट अब जारी की गई है। इस रिपोर्ट का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। चिली की राष्ट्रपति रह चुकी बैचलेट खुद भी 1970 के समय जनरल ऑगस्तो पिनोशेट के काल में यातनाओं का शिकार हो चुकी हैं।
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