अमेरिका में शरणार्थियों का फिर से होगा 'वेलकम', इन 11 हाई रिस्क देशों से हटा बैन
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से शरणार्थियों के लिए दरवाजें खोल दिए हैं। सोमवार को ट्रंप ने उन 11 हाई रिस्क देशों से बैन हटा दिया है, जिनके लिए अमेरिका में 'नो एंट्री' कर दी गई थी। हालांकि, अमेरिका इन देशों से आने वाले नागरिकों पर कड़ी नजर रखेगा। डोनाल्ड ट्रंप ने बीते साल अक्टूबर में नॉर्थ कोरिया समेत 10 मुस्लिम देशो के शरणार्थियों की एंट्री को बैन कर दिया था। ट्रंप ने इन देशों को हाई रिस्क कंट्री बताया था।
हालांकि, सरकार ने प्रतिबंधित देशों का आधिकारिक नाम नहीं बताया है, लेकिन शरणार्थी ग्रुप्स के माने तो इसमें मिस्र, ईरान, इराक, लीबिया, माली, सोमालिया, साउथ सूडान, सूडान, सीरिया, यमन और नॉर्थ कोरिया शामिल है। डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इन देशों के शरणार्थियों की यूएस में नो एंट्री के बाद अक्टूबर से लेकर अब तक सिर्फ 23 लोग ही अमेरिका में प्रवेश कर पाए है।
ट्रंप सरकार के इस निर्णय के बाद यूएस होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्ट्जन निल्सन ने कहा कि इन हाई रिस्क देशों से आने वाले शरणार्थियों पर सुरक्षा को देखते हुए कड़ी निगरानी रखी जाएगी। हालांकि, ट्रंप ने कहा था कि युद्ध ग्रसित मुल्क से आने वाले शरणार्थी आईएसआईएस के लोग भी हो सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप जब से अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, तभी से शरणार्थियों के खिलाफ रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, उन 11 देशों को बैन करने का मतलब मुस्लिमों को निशाना बनाना नहीं था। अधिकारी ने कहा कि इस बैन का धर्म के साथ कुछ भी लेना-देना नहीं था। बराक ओबामा ने 2017 के लिए 1,10,000 शरणार्थियों की सीमा तय की थी। वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप ने एक साल पहले पदभार संभाला था, तो उन्होंने 53,000 की कटौती की, उसके बाद एक बार फिर से 2018 के वित्तीय वर्ष में अधिकतम 45,000 में कटौती की गई।