अमेरिका के पहले अश्वेत विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल का COVID से निधन, उन्हीं के दावे पर हुआ था इराक युद्ध
वाशिंगटन, 18 अक्टूबर: अमेरिका के पहले अश्वेत विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल का सोमवार को निधन हो गया। उनकी उम्र 84 साल थी और कोविड जटिलताओं की वजह से उनकी जान गई। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने कोविड वैक्सीन की एक खुराक ले रखी थी। इसके बाद भी वो संक्रमित हुए। परिवार के एक सदस्य के मुताबिक पॉवेल ने बहादुरी से कोरोना से जंग लड़ी, लेकिन अंत में वो हार गए। घटना के बाद से उनके घर पर श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा है।

पॉवेल के परिवार ने फेसबुक पर लिखा कि अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के पूर्व अध्यक्ष जनरल कॉलिन एल पॉवेल का सोमवार सुबह कोविड-19 की जटिलताओं के कारण निधन हो गया। उनके निधन की वजह से हमने एक प्यार करने वाले पति, पिता, दादा और एक महान अमेरिकी को खो दिया है। पॉवेल चार सितारा जनरल थे, जिन्होंने 1987 से 1989 तक तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद 1989 में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश की सरकार में संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष नियुक्त हुए। 2001 में उनकी किस्मत बदली और वो अमेरिका के पहले अश्वेत विदेश मंत्री बने।
एक
साथ
आए
भारत,
इजरायल,
UAE
और
अमेरिका,
क्या
ईरान
के
खिलाफ
दूसरे
QUAD
का
होगा
गठन?
1991 के खाड़ी युद्ध में इंजीनियरिंग की सैन्य जीत के बाद, पॉवेल इतने व्यापक रूप से लोकप्रिय हुए कि उन्हें पहले अश्वेत अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार माना जाने लगा। हालांकि वो विदेश मंत्री के पद तक ही पहुंच पाए। वहीं अमेरिका और ईराक के बीच जो युद्ध हुआ था, जिसमें पॉवेल की बड़ी भूमिका थी। फरवरी 2003 में वो राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सामने पेश हुए और दावा किया कि सद्दाम हुसैन के पास जैविक हथियार हैं। साथ ही इराक परमाणु हथियार विकसित कर रहा। इसी के बाद संयुक्त राष्ट्र ने हमले की मंजूरी दी थी।